छत्तीसगढ़ का अनोखा मंदिर जहां देवी को चढ़ाते हैं काला चश्मा
श्वेक्षा पाठक
देवी बास्ताबुंदिन का मंदिर
छत्तीसगढ़ एक सांस्कृतिक और पारंपरिक राज्य है. यह राज्य अपनी संस्कृति के लिए बहुत प्रसिद्ध है.छत्तीसगढ़, भगवान राम का ननिहाल है. यहां कई अनोखे मंदिर है. जो देश भर में प्रसिध्द है. वहीं आपने छत्तीसगढ़ के अलग-अलग मंदिरों के बारे में सुना और देखा होगा, लेकिन क्या आप ऐसे मंदिर के बारे में जानते हैं जहां देवी को काला चश्मा चढ़ाते हैं.जी हां, बस्तर में एक ऐसा मंदिर है. जहां बस्तरवासी अपनी-अपनी मनोकामना पूरी होने के लिए देवी को काला चश्मा चढ़ाते हैं.बता दें कि कांगेर वैली नेशनल पार्क के कोटमसर गांव में हर 3 साल के अंतराल में देवी बास्ताबुंदिन की जात्रा होती है. लोगों में एक पुरानी मान्यता है कि देवी एक नेत्र रोग विशेषज्ञ की तरह हैं जो सालों भर उनकी आंखों की रक्षा और देखभाल करती हैं.इसलिए गांव के लोग देवी को प्रसन्न करने और अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए धूप का काला चश्मा चढ़ाते हैंवहीं मंदिर के सिरहा संपत बताते हैं, कि देवी को चढ़ाए गए ज्यादातर चश्मे भक्त अपने साथ ले जाते हैं.