ये है दुनिया की पहली कैशलेस कंट्री, एप से होते हैं 99% ट्रांक्जैक्शन, दुकानों पर लगे ‘No Cash Accepted’ के बोर्ड
विनय कुशवाहा
किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए उसकी करेंसी बेहद अहम होती है. भारत समेत दुनिया के कई देश कैशलेश इकोनॉमी की ओर बढ़ रहे हैं. कैशलेश को बढ़ावा देने के लिए यूपीआई, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड समेत दूसरे साधन अपनाए जा रहे हैं. स्वीडन दुनिया का पहला देश बन गया है जो पूरी तरह कैशलेस है. यहां 99 फीसदी ट्रांजैक्शन एप से किए जाते हैं.दुकानदारों ने दुकान के बाहर ‘No Cash Accepted’ के बोर्ड लगा दिए हैं. साल 2010 में भी स्वीडन में लगभग 40 फीसदी लेनदेन नकदी में होता था, अब ये घटकर एक फीसदी हो गया है. स्वीडन यूरोप का पहला देश है, जिसने 1661 में करेंसी नोट जारी किए थे.स्वीडन में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक डिजिटल साक्षर बनाया जा रहा है. स्वीडन के रास्ते पर नार्वे, फिनलैंड और दक्षिण कोरिया जैसे देश हैं, जहां 5 फीसदी से कम कैश इस्तेमाल होता है.