लाइम, मार्बल से लेकर आंवला सिटी, एमपी के 8 शहर जिनके अनोखे नाम के पीछे हैं रोचक किस्से
विनय कुशवाहा
सिटी ऑफ लाइम: मध्य प्रदेश के कटनी शहर को ‘सिटी ऑफ लाइम’ कहा जाता है. यहां प्रचुर मात्रा में चूने का उत्पादन होता है. यहीं कारण कटनी के आसपास कई सारी सीमेंट फैक्ट्रियां हैं. मार्बल सिटी: एमपी के तीसरे सबसे बड़े शहर जबलपुर को ‘मार्बल सिटी’ के नाम से जाना जाता है. यहां नर्मदा नदी के किनारे संगमरमर के पहाड़ हैं. मार्बल से यहां सुंदर कलाकृतियां बनाई जाती हैं. आंवला सिटी: पन्ना जिले को आंवला सिटी के नाम से जाना जाता है. यहां बड़ी मात्रा में आंवले का उत्पादन होता है. सालभर में 8,986 मीट्रिक टन आंवले का उत्पादन किया जाता है. सिटी ऑफ मटर: धार जिले के बदनावर में मटर का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है. यहां उत्पादित की जाने वाली मटर उच्च किस्म होती है. इस कारण इसे सिटी ऑफ मटर कहा जाता है. धनिया नगरी: गुना के कुंभराज में बेस्ट क्वालिटी की धनिया उगाई जाती है. यहां से विदेश में धनिया निर्यात की जाती है. इसी वजह से इसे धनिया नगरी कहा जाता है. मिर्चों का शहर: खरगोन के बेड़िया में मिर्च की सबसे बड़ी मंडी है. ये मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी और देश की दूसरी सबसे बड़ी मिर्च मंडी है. यहां की निमाड़ी मिर्च पूरे विश्व में सप्लाई की जाती है. राइस बाउल ऑफ मध्य प्रदेश: बालाघाट में मध्य प्रदेश का सबसे ज्यादा चावल उत्पादित किया जाता है. इसी कारण इसे राइस बाउल ऑफ मध्य प्रदेश कहा जाता है.टैंपल सिटी: उज्जैन को धार्मिक राजधानी के साथ-साथ टैंपल सिटी भी कहा जाता है. यहां महाकाल मंदिर, गढ़कालिका मंदिर, काल भैरव मंदिर, गोपाल मंदिर जैसे भव्य और दिव्य तीर्थ हैं.