एमपी के 8 सबसे अनोखे म्यूजियम, कल्चर और आर्ट का खजाना, वीकेंड पर जरूर घूमने जाएं
विनय कुशवाहा
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय: भोपाल में स्थित ये मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा ओपन एयर म्यूजियम है. यहां भारत के हर राज्य की कला, संस्कृति और जनजातीय वास्तुकला देखने को मिलती है. जनजातीय संग्रहालय: भोपाल के श्यामला हिल्स पर स्थित जनजातीय संग्रहालय, जनजातीय कला और संस्कृति का खजाना है. यहां गोंड, कोरकू, बैगा, कोल आदि जनजातियों के जीवन की झलक देखने को मिलती है. त्रिवेणी म्यूजियम: उज्जैन में स्थित इस म्यूजियम में शैव, शाक्त और वैष्णव परम्परा की अनोखी झलक देखने को मिलती है. स्टेट म्यूजियम: ये मध्य प्रदेश के सबसे पुराने म्यूजियम में से एक है. यहां मूर्ति, सिक्के और पांडुलिपियों का बहुत बड़ा कलेक्शन है. ये भोपाल में स्थित है.आदिवर्त जनजातीय एवं लोक कला राज्य संग्रहालय: संग्रहालय में राज्य की विभिन्न जनजातियों गोंड, बैगा, भील और कोरकू आदि की कलाकृतियां प्रदर्शित हैं. रेल संग्रहालय, नैनपुर: मंडला जिले के नैनपुर में रेल संग्रहालय स्थित है. ये SECR जोन के अंतर्गत आता है. इसका उद्घाटन साल 2017 में किया गया था. इसका कार्य सबसे लंबी नैरोगेज रेल लाइन को संरक्षित करना दुष्यन्त कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय: भोपाल में स्थित इस म्यूजियम में पांडुलिपियों के संरक्षण का कार्य किया जाता है. गुजरी महल संग्रहालय: ग्वालियर किले के पास स्थित गुजरी महल म्यूजियम मूर्तियों के संग्रह के लिए प्रसिद्ध है.