Pitru Paksha 2025: पितृ पक्ष में इस पूजा के बाद स्वर्ग चले जाते हैं पूर्वज, जानें पूरी विधि
रुचि तिवारी
श्राद्ध विधि
सनातन धर्म में पितृ पक्ष का बहुत महत्व है. इस दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान किया जाता है. मान्यता है कि पिंडदान करने के बाद पितृ लोग स्वर्ग चले जाते हैं. यह पिंडदान बिहार जिले के गया में किया जाता है.गया जी जाने से पहले घर पर एक विशेष पूजा होती है. इस पूजा के बाद गांव की परिक्रमा की जाती है. इस परिक्रमा से गांव के देवी-देवताओं के यहां उपस्थिति दर्ज होती है. इस परिक्रमा और पूजा के बाद ही गया जी जाते हैं. धार्मिक मान्यता है कि गया जी में पिंडदान करने से पूर्वजों के साथ-साथ कई पीढियां के पूर्वजों का उद्धार हो जाता है. पिंडदान के लिए गया जी जाया जाता है. मान्यता है कि गया में पिंडदान करने से मृत पूर्वजों की आत्मा को मोक्ष मिलता है. बता दें कि माता और पिता की मृत्यु हो जाने के बाद ही लोग गया यात्रा पर जाते हैं.Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. धर्म से जुड़ी किसी भी जानकारी, मान्यता या उपायों को अपनाने से पहले धर्म क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.