Kachra Cafe: भोपाल का अनोखा कैफे, जहां मिलता हैं कचरे के बदले खाने का सामान
Vistaar News Desk
भोपाल कचरा कैफे
कचरा कैफे भोपाल नगर निगम की एक अनूठी पहल है. इसे शहर को प्लास्टिक मुक्त करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है.
इस कैफे में आप प्लास्टिक, कागज और ई-कचरे के बदले खाने का सामान, रोजमर्रा की वस्तुए , डेकोरेटिव आइटम या नगदी प्राप्त कर सकते हैं.इस कैफे का संचालन महिलाओं और स्वयं सहायता समूह के सदस्यों द्वारा किया जा रहा हैं. इस पहल से महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे. भारत का पहला गार्बेज कैफे साल 2019 में छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में शुरू हुआ था. जिसके बाद अब भोपाल में ऐसा ही कैफे खोले गए हैं. भोपाल में अभी तक ऐसे तीन कैफे खोले गए हैं. ये कैफे 10 नंबर मार्केट, बिट्टन मार्केट और बोट क्लब में मौजूद हैं सरकार ने 2022 में सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पादन और इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी. इसी समस्या से निपटने के लिए ये कैफे खोले गए हैं. इस कैफे में आप कागज-15/किलो, दूध के पैकेट-12/किलो और हार्ड प्लास्टिक-14/किलो में बदल सकते हैं. आप इसके बदले नगदी या खाने का समान ले सकते हैं. इस कैफे में कचरे को अलग-अलग कैटेगरी में बांटा जाता है. इसमें प्लास्टिक, कागज, ई-कचरा, सूखा कचरा और घरेलू कचरा शामिल हैं.