क्या है ‘ब्रेन ईटिंग अमीबा’ और कितना है खतरनाक? केरल में लगातार तीसरा केस मिला
किशन डंडौतिया
ब्रेन ईटिंग अमीबा
केरल में प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस के लगातार तीसरे मामले के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. इस खतरनाक बिमारी से अब तक एक बच्ची ने जान गवा दी है. वहीं, दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस को ब्रेन ईटिंग अमीबा भी कहा जाता है. यह अमीबा ताजा-गरम पानी और मिट्टी में पाया जाता है और शरीर में नाक के सहारे से एंट्री करता है. आमतौर पर नहाते समय यह अमीबा मानव शरीर को प्रभावित करता है. देश में प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस का पहला मामला साल 1971 में पहली बार सामने आया था. वहीं, केरल में पहला मामला 2016 में आया था. इसके बाद 2016 से 2023 के बीच केवल 8 मामले देखने को मिले. लेकिन पिछले साल इन मामलो में बढोतरी देखने को मिली. 2024 में 36 मामले देखने को मिले थे.