Dev Deepawali 2024: आज देश भर में देव दीपावली मनाई जा रही है ,कार्तिक पूर्णिमा का हिन्दू धर्म में बहुत महत्व है. इसे देव दीपावली भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन देवताओं ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध करके स्वर्ग को सुरक्षित किया था. कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु, भगवान शिव और तुलसी माता की पूजा की जाती है.
पौराणिक मान्यता के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन देवता धरती पर आते हैं और गंगा घाट पर दिवाली मनाते हैं .ऐसी मान्यता है कि इस दिन देवी-देवता गंगा नदी में नहाने आते हैं, इसलिए वाराणसी के गंगा घाट को दीयों से जगमग कर दिया जाता है.
कार्तिक पूर्णिमा पर पूजा का शुभ मुहूर्त
देव दीपावली पर्व देश भर मे आज मनाया जा रहा है. आज शाम 5 बजकर 10 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 47 मिनट तक प्रदोष काल रहेगा, इस समय में भगवान की पूजा का विशेष मुहूर्त है.
देव दीपावली क्यों मनाई जाती है?
पौराणिक मान्यता के अनुसार देवता और ऋषि मुनि सब दानव के आतंक से परेशान थे और सभी देव गण मदद के लिए भगवान शिव के पास गए. भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध कर दिया. राक्षस के वध की खुशी में सभी देवता गण प्रसन्ना होकर काशी आये और दीप जलाकर खुशिया मनाई और जिस दिन ये हुआ उस दिन कार्तिक पूर्णिमा थी.
देव दीपावली के साथ और भी कई पौराणिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं. कहते हैं कि कार्तिक पूर्णिमा ही वो तिथि थी, जब भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था. देव दीपावली के साथ और भी कई पौराणिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं. भगवान कृष्ण को भी इसी दिन आत्मबोध हुआ. इसी दिन तुलसी माता भी धरती पर प्रकट हुई थीं. इस दिन तुलसी माता के सामने दीप दान की भी परंपरा है.
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