Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण इस साल 5 जून तक पूरा हो जाएगा. इसको लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने जानकारी दी है. 5 जून के बाद परिसर में स्थित सभी मंदिरों को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. नृपेंद्र मिश्रा ने बताया, ‘मंदिर के प्रथम और दूसरे तल का भी 99 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. मंदिर परिसर में महर्षि वाल्मीकि, श्री वशिष्ठ जी, विश्वामित्र जी, अहिल्या जी, निषादराज महाराज, शबरी माता और अगस्त्य मुनि की मूर्तियां स्थापित हो गई हैं.’
परिसर के 6 मंदिरों में 5 जून को पूजा होगी
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया, ‘मंदिर का सभी निर्माण काम लगभग पूरा हो गया है. परिसर में 6 मंदिर बनाए गए हैं. ये मंदिर महर्षि वाल्मीकि, श्री वशिष्ठ जी, विश्वामित्र जी, अहिल्या जी, निषादराज महाराज, शबरी माता और अगस्त्य मुनि के हैं. इनमें 5 जून को पूजा की जाएगी. इसके बाद मंदिर में श्रद्धालु भी आ सकेंगे.’
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‘राम मंदिर के सपने को PM मोदी ने साकार किया’
नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, ‘राम मंदिर के सपने को पूरा करने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है. हमसे एक ऐसे मंदिर को बनाने की उम्मीद की जा रही थी, जो अगले एक हजार सालों तक किसी भी तरह की आपदा का सामना कर सके. मैं न्यास को धन्यावाद देता हूं कि उन्होंने हर तरह की चुनौती से निपटने में मदद की.’
’22 जनवरी 2024 को हुई थी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा’
अयोध्या में 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी गई थी. जिसके बाद 22 जनवरी 2022 को PM मोदी के नेतृत्व में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. राम मंदिर के उद्घाटन के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए भी मंदिर को खोल दिया गया था. लेकिन मंदिर के कई काम बचे हुए थे.
