Karhal Dalit Girl Murder: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के करहल इलाके से एक चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जिसमें एक दलित लड़की की हत्या का मामला उजागर हुआ है. इस मामले ने न केवल राज्य में बल्कि देशभर में हंगामा मचा दिया है, क्योंकि इसमें आरोप लगाया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के समर्थकों ने इस लड़की की हत्या की, और इसके पीछे की वजह भी बेहद चौंकाने वाली है.
क्या है पूरा मामला?
मृतका के माता-पिता के बयान के अनुसार, वोटिंग से पहले समाजवादी पार्टी के एक समर्थक, प्रशांत यादव और उसके साथी उनके घर आए थे. इस दौरान, उन्होंने मृतका के परिवार से सपा का समर्थन करने का अनुरोध किया. हालांकि, मृतका के माता-पिता ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हैं और भाजपा को ही वोट देंगे. इसके बाद, आरोप के मुताबिक, प्रशांत यादव और उसके साथियों को यह बात बुरी लगी और उन्होंने परिवार के साथ मारपीट की. घटना के बाद यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि सपा समर्थकों ने लड़की के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी निर्मम हत्या कर दी.
जनपद मैनपुरी की विधानसभा करहल में सपाई प्रशांत यादव व उसके साथियों ने मिलकर एक दलित बेटी की नृशंस हत्या कर दी। हत्या सिर्फ इसलिए कि दलित बेटी ने साइकिल पर वोट देने से मना कर दिया था।
मतदान करने से पहले एक पिता की असहनीय पीड़ा आप भी जरूर सुनें…#लाल_टोपी_काले_कारनामे pic.twitter.com/WXO5myOuA7
— Bhupendra Singh Chaudhary (@Bhupendraupbjp) November 20, 2024
बीजेपी का आरोप
इस घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस मामले को जोर-शोर से उठाया है और समाजवादी पार्टी (SP) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. भाजपा के नेताओं का कहना है कि करहल में सपा के कार्यकर्ताओं ने सिर्फ इसलिए एक दलित लड़की की हत्या कर दी, क्योंकि उसने साइकिल पर वोट देने से मना कर दिया और भाजपा को अपना समर्थन दिया. भाजपा ने इस पूरी घटना को समाजवादी पार्टी के “गुंडे” और “हठधर्मी” नेताओं का कुकृत्य बताया है.
भारतीय जनता पार्टी के सोशल मीडिया सेल ने इस मामले को लेकर मृतका के पिता का बयान साझा किया, जिसमें उन्होंने सपा के नेताओं को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि इस हत्या के पीछे एकतरफा राजनीतिक दबाव और भय का माहौल है. पार्टी के नेताओं ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी के गुंडों ने चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई हैं.
अमित मालवीय ने बोला हमला
बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने भी इस मुद्दे पर सपा पर जबरदस्त हमला बोला है. उन्होंने मृतका की मां का बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने सपा के समर्थकों को “लाल टोपी वाले गुंडे” बताया. अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि ये लोग फिर से मैनपुरी में एक आतंकित माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को कमजोर कर रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अखिलेश यादव अपनी पार्टी के इस प्रकार के गुंडों पर काबू नहीं पा सकते, तो कानून और प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए.
इस घटना ने मैनपुरी में पहले से ही तनावपूर्ण राजनीतिक स्थिति को और बढ़ा दिया है. करहल, जो कि समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है, वहां इस प्रकार की घटना से स्थानीय राजनीति में हलचल मच गई है. भाजपा ने इसे एक सशक्त मुद्दे के रूप में प्रस्तुत किया है, जिससे आगामी चुनावों में सपा के खिलाफ एक रणनीतिक राजनीतिक हमला किया जा सके. भाजपा का कहना है कि समाजवादी पार्टी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नेतृत्व में राज्य में अपराधों का ग्राफ बढ़ा है और ऐसे अपराधों से आम जनता में डर का माहौल बना है.
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राजनीतिक पार्टियों के बीच बढ़ा तनाव
यह मामला इस समय मैनपुरी की राजनीति और उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल को पूरी तरह से प्रभावित कर सकता है. इस घटना ने केवल राजनीतिक पार्टियों के बीच तनाव को ही बढ़ाया है. विशेष रूप से दलित समुदाय, में गहरे आक्रोश और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है. इस घटना से यह भी साफ हो गया है कि चुनावी राजनीति में अक्सर दबाव और डर के माध्यम से समर्थन प्राप्त करने की कोशिशें होती हैं, जो कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं.