Farmers Protest on Shambhu Border: 13 फरवरी से स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने से लेकर न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) की कानूनी गारंटी समेत कई मांगों को लेकर किसान दिल्ली कूच करने के लिए पंजाब-हरियाण पर डटे हुए हैं. जहां एक ओर 26 नवंबर 2020 के किसान आंदोलन से सबक लेते हुए दिल्ली-हरियाणा पुलिस की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, वहीं दूसरी ओर किसानों के साथ सरकार के मंत्रियों के साथ बीते रविवार को हुई चौथे दौर की वार्ता भी विफल हो चुकी है. इसके बाद किसानों ने सरकार को 21 फरवरी तक का अल्टीमेटम दिया था. अब बुधवार, 21 फरवरी को अल्टीमेटम खत्म होते ही किसान हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर डटे किसान आज एक बार फिर से राजधानी दिल्ली कूच की कोशिश कर रहे हैं.
VIDEO | Farmers' 'Delhi Chalo' march: Tear gas shells fired at Shambhu border. More details are awaited. pic.twitter.com/4TSRuqmZvT
— Press Trust of India (@PTI_News) February 21, 2024
किसानों के बीच मची भगदड़
इस बीच पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर पुलिस और सुरक्षा बल के जवान पूरी तरह से अलर्ट मोड पर हैं. हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर मौजूद किसानों को दिल्ली की तरफ बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने आज एक बार फिर से आंसू गैस के कई गोले दागे. पुलिस की ओर से ड्रोन के जरिए किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए. आंसू गैस के गोले दागने के बाद वहां मौजूद किसानों के बीच भगदड़ मच गई.
पोकलेन-जेसीबी मशीनें लेकर पहुंचे किसान
जानकारी के लिए बता दें कि किसानों मे आज 11 बजे दिल्ली कूच करने का ऐलान किया था. इसके बाद 14 हजार किसान 12 हजार टैक्टर्स के साथ बॉर्डर पर पोकलेन और जेसीबी जैसी बड़ी मशीनें लेकर पहुंचे. वहीं वर्ष 2021 में किसान आंदोलन के समय हुए हिंसा से सबक लेते हुए पुलिस ने इस बार सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं. हरियाणा पुलिस ने पोकलेन और जेसीबी मशीनों के मालिकों से कहा कि वह प्रदर्शन स्थल से अपनी मशीनें हटा ले, वरना उनपर कार्रवाई करते हुए मशीनों को जब्त कर लिया जाएगा.