EPFO News Rule : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) समय-समय पर अपने नियमों में बदलाव करता रहता है, जिससे कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित हो सके. हाल ही में EPFO ने पेंशन योजना यानि EPS में बड़ा और राहत देने वाला फैसला लिया है. अगर अब कोई व्यक्ति 1 महीने तक भी नौकरी करता है और EPS में योगदान करता है, तो उस व्यक्ति को पेंशन का अधिकार मिलेगा. यह बदलाव लाखों युवाओं के लिए किसी बड़ी खुशखबरी से कम नहीं है.
पहले क्या था नियम?
पहले पेंशन का लाभ पाने के लिए कर्मचारियों को कम से कम 6 महीने तक नौकरी करना और EPS में योगदान देना जरूरी होता था. अगर कोई व्यक्ति कुछ महीनों के अंदर ही नौकरी छोड़ देता है या किसी और वजह से उसकी नौकरी छूट जाती है, तो उसका पेंशन पाने का हक खत्म हो जाता था. इस वजह से बहुत से कर्मचारियों को नुकसान उठाना पड़ता था, खासकर उन युवाओं को जो बार-बार नौकरी बदलते हैं या जिनकी नौकरी लंबे समय तक स्थायी नहीं रहती.
नए नियम से क्या होगा फायदा?
अब अगर कोई व्यक्ति एक महीने के लिए भी किसी संस्था या कंपनी में नौकरी करता है और उस दौरान उसका EPS खाता सक्रिय रहता है, तो वह पेंशन पाने का हकदार होगा. इसका मतलब है कि कर्मचारियों का EPS योगदान बेकार नहीं जाएगा. इससे अस्थायी, कॉन्ट्रैक्ट बेसिस और छोटे समय के लिए काम करने वाले कर्मचारियों को भी फायदा मिलेगा.
युवाओं के लिए बड़ी राहत
आजकल बहुत से युवा बार-बार नौकरी बदलते हैं या फिर शुरुआती दौर में उनकी नौकरी लंबे समय तक टिक नहीं पाते. ऐसे में पहले उनके EPS योगदान का कोई सीधा फायदा नहीं होता था. लेकिन अब इस नई व्यवस्था के तहत, उनका योगदान गिनती में आएगा और भविष्य में उन्हें पेंशन का लाभ मिलेगा.
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भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में बड़ा कदम
EPFO का यह फैसला कर्मचारियों के सामाजिक सुरक्षा अधिकारों को मजबूत करेगा. खासकर प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लाखों लोग, जिन्हें अक्सर स्थायी नौकरी नहीं मिल पाती, वे भी अब पेंशन की सुरक्षा से जुड़ जाएंगे.
