Medina Travel Route: मक्का और मदीना जिसे इस्लाम धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है. हर मुसलमान की यह ख्वाहिश होती है कि वह जीवन में कम से कम एक बार हज यात्रा पर जाए. सोमवार सुबह हज यात्रा पर एक बड़ा हादसा हो गया. यह हादसा तब हुआ जब यात्री उमरा करके मदीना की ओर जा रहे थे. उनकी बस मुफ्रिहात इलाके में एक डीज़ल टैंकर से टकरा गई, जिससे करीब 42 भारतीयों की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार, इनमें से ज्यादातर लोग तेलंगाना राज्य के रहने वाले थे. अगर आप भी मक्का-मदीना जाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आइए जानते हैं कि वहां तक कैसे पहुंचा जा सकता है.
कैसे पहुंचे मक्का ?
बता दें कि मक्का में कोई भी एयरपोर्ट नहीं बना है. यहां तक पहुंचने के लिए तीर्थयात्री 90 किलोमीटर पश्चिम में बने किंग अब्दुल अज़ीज़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (JED) से उड़ान भरते हैं. वहीं हज के सीजन में यह एयरपोर्ट बहुत व्यस्त रहता है. इसके अलावा तीर्थयात्री प्रिंस मोहम्मद बिन अब्दुल अज़ीज़ अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से (MED) से मक्का के लिए उड़ान भरते हैं. यह एयरपोर्ट मक्का से लगभग 558 किलोमीटर दूर मदीना में स्थित है.
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय तीर्थयात्रियों को सीधे फ्लाइट बुक करने की अनुमति नहीं हैं. वे सिर्फ सऊदी सरकार की अनुमति से अधिकृत टूर ऑपरेटरों के जरिए ही यात्रा कर सकते हैं.
बस के जरिए जा सकते हैं
वर्तमान में यदि आप गैर-सऊदी और गैर-खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) देशों से हैं, तो मक्का जाने का एकमात्र तरीका टूर समूहों के साथ सरकारी या निजी शटल बस सेवा के जरिए जा सकते हैं. इसके अलावा पूर्वी अफ्रीकी तट (जैसे सोमालिया, इथियोपिया) से आप जेद्दा के बंदरगाह शहर तक नाव से भी यात्रा कर सकते हैं.
सड़क और रेल मार्ग से भी पहुंचा जा सकता है
जेद्दा से मक्का तक सड़क मार्ग से होते हुए भी जाया जा सकता है. मक्का पहुंचने के लिए लगभग 45 से 60 मिनट का समय लग सकता है. इसके अलावा रेल के माध्यम से भी मक्का तक पहुंचा जा सकता है. हरमैन हाई स्पीड रेलवे नेटवर्क साल 2018 से जेद्दा, मक्का और मदीना के बीच यात्रियों को तेजी से पहुंचा रही है. यह दुनिया की पहली रेगिस्तानी हाई-स्पीड रेल लाइन नेटवर्क है.
मक्का इस्लाम का जन्मस्थान माना जाता है
मक्का सऊदी अरब में स्थित एक पवित्र शहर है, जिसे इस्लाम धर्म का जन्मस्थान माना जाता है.यह पैगंबर मुहम्मद का जन्मस्थान है और दुनिया भर के मुसलमान दिन में पांच बार इसी की ओर मुंह करके नमाज पढ़ते हैं. यह मुस्लिम तीर्थयात्रा (हज) का केंद्र है.
मदीना पैगंबर मुहम्मद का नगर
मदीना इस्लाम का दूसरा सबसे पवित्र स्थान है. इसे पैगंबर मुहम्मद ने मक्का से हिजरत के बाद अपना निवास बनाया था और यहीं पर वे दफ़नाए गए थे. यहीं से उन्होंने इस्लाम की नींव रखी. मदीना शहर का सबसे महत्वपूर्ण स्थल पैगंबर की मस्जिद (अल-मस्जिद-अन-नबवी) है और दुनिया भर के मुसलमानों के लिए तीर्थयात्रा का एक प्रमुख केंद्र है.
