Apaar ID: ‘वन नेशन वन आईडी’ केंद्र सरकार की इस नई स्कीम के तहत देश भर में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को अपार आईडी बनाने का काम दिया गया है, जिसके तहत सभी छात्रों की अपार आईडी बनाई जाएगी. इस आईडी से स्टूडेंट्स को बहुत से फायदे होंगे और नौकरियों में होने वाले फर्जीवाड़े को भी रोकने में काफी मदद मिलेगी.
अपार आईडी का फुल फॉर्म ‘ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्टर’ है, सरकार ने प्राइवेट और सरकारी स्कूलों के सभी छात्रों की अपार आईडी बनाने के निर्देश जारी किया है . जिसे बनाने का काम सभी स्कूलों में व्यापक पैमाने में चल रहा है. अपार आईडी में छात्रों को आधार कार्ड के जैसे ही 12 अंकों की यूनिक आईडी मिलेगी जो डिजीलॉकर से अटैच की जाएगी और छात्र इसके माध्यम से अपने सभी शैक्षिक रिकॉर्ड एक ही जगह प्राप्त कर सकते है.
आइए जानते है , क्या है अपार आईडी , कैसे बनवाए और छात्रों के लिए क्यों जरूरी है इसका बनना…
स्टूडेंट्स के लिए अपार आईडी की अनिवार्यता
यह आईडी विधार्थियों के लिए अनिवार्य है.छात्र इसे अपने माता पिता की सहमति लेकर बनवा सकते हैं. अगर आप बालिग हैं तो इस आईडी को बनवाने का फैसला आप स्वयं भी ले सकते हैं.अब तक 34 करोड़ से ज्यादा स्टूडेंट्स इसके लिए रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं.
अपार आईडी में शामिल डिटेल्स
अपार आईडी में छात्र की पूरी पढ़ाई-लिखाई का डिटेल होगा. इस आईडी कार्ड पर छात्रों के लिंग, जन्मतिथि, पैरेंट्स का पता और फोटो होगी. इसके अलावा इसमें मार्कशीट, सर्टिफिकेट, डिग्री-डिप्लोमा प्रमाण पत्र, कैरेक्टर सर्टिफिकेट, स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट सहित अन्य दस्तावेज जैसे डेटा भी होंगे. अपार आईडी में छात्रों के ब्लड ग्रुप, उनकी ऊंचाई और वजन जैसी जानकारियां भी शामिल हो सकती हैं.
पेरेंट्स की स्वीकृति है जरूरी
किसी भी छात्र की अपार आईडी जेनरेट करने के लिए अभिभावक की सहमति अनिवार्य है, सहमति मिलने के बाद ही स्टूडेंट्स अपनी अपार आईडी स्कूल में बनवा सकते है .
स्कूलों में कैसे बनेगी अपार आईडी
सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की अपार वेबसाइट apaar.education.gov.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं. आवेदन पत्र में छात्र का नाम, जन्मतिथि, जेंडर, मोबाइल नंबर, माता-पिता का नाम, आधार कार्ड नंबर आदि दर्ज करना होगा.
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इससे होने वाले फायदे
अपार आईडी को स्टूडेंट्स के डिजिलॉकर अकाउंट से भी जोड़ा जायेगा.इसके बाद छात्रों को हर जगह अपने सभी शैक्षिक दस्तावेजों को ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी. वे अपार आईडी से ही अपने सभी दस्तावेज प्राप्त कर सकेंगे.इसके जरिये छात्रों को सरकारी योजनाओं के सीधा लाभ मिलेगा.इसके साथ ही इस आईडी से फर्जी प्रमाणपत्र, एजुकेशनल दस्तवेजों, डुप्लीकेट मार्कशीट जैसे मामलों को रोका जा सकेगा.
इस आईडी का उद्देश्य स्टूडेंट्स की उपलब्धियों को पहचान करना, छात्र को स्वयं सीखने का मार्ग चुनने की अनुमति देना और छात्र गतिशीलता और शैक्षणिक लचीलेपन को सक्षम करना है.