UP Politics: आजमगढ़ के भाजपा सांसद दिनेश लाल निरहुआ ने आजमगढ़ में बुधवार को बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि वह यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ ही चुनाव लड़ेंगे. निरहुआ ने कहा कि जिस भी संसदीय सीट से अखिलेश यादव लड़ेंगे, वह भी वहां से उतरने के लिए अपनी पार्टी बीजेपी से आग्रह करेंगे. बताते चलें कि आजमगढ़ के कद्दावर नेता और पिछले चुनाव में बसपा के प्रत्याशी रहे गुड्डू जमाली आज ही समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं. ऐसे में दिनेश लाल निरहुआ का यह बयान नए सियासी हलचल के संकेत दे रहा है.
धर्मेंद्र यादव हराया था निरहुआ ने
गुड्डू जमाली के सपा में आने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी इस बार आजमगढ़ से गुड्डू जमाली को टिकट दे सकती है. बता दें कि निरहुआ वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव के खिलाफ बतौर भाजपा प्रत्याशी मैदान में उतरे थे लेकिन चुनाव हार गए. अखिलेश के 2022 में विधानसभा का सदस्य चुने जाने के बाद उपचुनाव में वह दोबारा मैदान में उतरे और सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को हराकर सांसद बने. बताते चलें कि आजमगढ़ की मुबारकपुर सीट से दो बार बसपा विधायक रह चुके जमाली आजमगढ़ के लोकसभा उपचुनाव में सपा की हार का सबब बने थे.
यह भी पढ़ें: UP Politics: ‘हिन्दू हमारे बड़े भाई’, सपा में शामिल होने के बाद गुड्डू जमाली बोले- देश के हिन्दुओं का मुझ पर एहसान
तीसरे स्थान पर रहे थे गुड्डू जमाली
मालूम हो कि वर्ष 2019 में सपा-बसपा के गठबंधन से अखिलेश यादव ने निरहुआ को हराकर आसानी से सीट जीत ली थी. अखिलेश के इस्तीफे के बाद वर्ष 2022 में हुए उपचुनाव में सपा ने धर्मेंद्र यादव को लड़ाया. इस दौरान गुड्डू जमाली बसपा के टिकट पर लड़े वह खुद तो नहीं जीते, लेकिन सपा की हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उपचुनाव में निरहुआ केवल आठ हजार वोटों से ही जीत सके थे. निरहुआ को 3,12,786 और सपा के धर्मेंद्र यादव को 3,04,089 वोट मिले थे. वहीं जमाली को 2,66,210 वोट मिले थे और वह तीसरे स्थान पर रहे थे.