UP News: देश में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं. इसके साथ ही देश में लगी आदर्श चुनाव आचार संहिता भी समाप्त हो गई है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुराने एक्शन में लौट आए हैं. आचार संहिता के खत्म होते ही सभी विभागों के कामकाज में तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है. अब इन निर्देशों का असर दिखाई देने लगा है. सभी विभाग भी कामों में तेजी दिखाने लग गए हैं. इसी क्रम में पिछले चार दिनों में पुलिस विभाग में एनकाउंटर की गूंज फिर से सुनाई देने लगी और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई भी हुई है.
कुख्यात अपराधियों को पुलिस ने किया है ढेर
बता दें कि, यूपी के मुजफ्फरनगर में यूपी की बिहार STF पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में बुधवार को बिहार के एक कुख्यात अपराधी निलेश राय को मुठभेड़ में मार गिराया. निलेश पर बिहार पुलिस ने सवा दो लाख रुपए का इनाम घोषित किया था. इससे पहले 4 जून की देर रात में यूपी पुलिस ने सात सालों से फरार और एक लाख के इनामी प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस को जौनपुर के खेतसराय इलामें में मुठभेड़ में ढेर कर दिया. हाल में प्रशांत ने शाहगंज थाना क्षेत्र में पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इससे पहले एक जून को भी मथुरा में मनोज नाम के 50 हजार के एक इनामी को मुठभेड़ पुलिस ने ढेर कर दिया था. साथ ही अन्य घटनाओं में 14 वांछित व इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया.
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कई जिलों में 61 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद यूपी पुलिस की चार दिनों में बदमाशों के साथ मुठभेड़ की 16 घटनाएं हुई हैं. इसमें दो अपराधी मारे गए और 14 घायल हो गए हैं. वहीं लापरवाही को लेकर डीजीपी मुख्यालय के निर्देश पर कई जिलों में कुल 61 पुलिसकर्मी या तो निलंबित किए गए या फिर लाइन हाजिर किए गए हैं. इसके साथ ही विभाग में प्रोन्नति के आदेश भी जारी किए गए हैं. गृह विभाग की ओर से 53 अपर पुलिस अधीक्षकों (एएसपी) को वरिष्ठ वेतनमान में प्रोन्नति देने का आदेश जारी किया गया और डीजीपी मुख्यालय ने 643 हेड कांस्टेबल को सब इंस्पेक्टर पद पर प्रोन्नति देने का निर्देश दिया. बता दें कि, यह दोनों प्रोन्नति आदेश आचार संहिता के कारण जारी नहीं हो पाए थे.