Dinesh Sharma: अपने भाई को आदर्श मानकर 2 छोटे भाईयों ने भारतीय सेना में कदम रखा, तभी बड़े भाई की शहादत ने पूरे परिवार को झकझोर दिया, हम बात कर रहे हैं लांसनायक दिनेश शर्मा की, जिन्होंने बाखूबी अपनी बहादुरी का परिचय दिया और देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया…
22 अप्रैल 2025 को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की जनता आक्रोश और गुस्से से भरी हुई थी, जिसके जवाब में भारत ने 7 मई 2025 की सुबह ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च कर पाकिस्तान को सबक सिखाया , इस जवाबी कार्रवाई में Indian Airforce ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को मात्र 25 मिनट में खाक में मिला दिया, ऑपरेशन सिंदूर से तिलमिलाए पाकिस्तान ने भी बॉर्डर पर सीजफायर का उल्लंघन कर गोलीबारी चालू कर दी…
पाकिस्तान से सटी भारत की हर सीमाओं पर हमारे जवान तैनात थे… जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में लांसनायक दिनेश शर्मा की पोस्टिंग थी…पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलीबारी में दिनेश शर्मा गंभीर रूप से जख्मी हुए जिसके बाद उपचार के दौरान ही उन्हे शहादत प्राप्त हो गई.
पाक के हमले में हुए थे शहीद
लांसनायक दिनेश शर्मा जब टैंक से वापस आ रहे थे तब पाकिस्तानी आर्मी ने टैंक की लाइट को निशाना बनाते हुए टैंक पर बम फेंका जिसमें दिनेश शर्मा समेत 5 और लोग गंभीर रूप से घायल हुए और दिनेश शर्मा शहीद हो गए.
दिनेश शर्मा हरियाणा के पलवल के रहने वाले थे जो कि एक किसान परिवार से आते थे , उनके 2 छोटे भाई अग्निवीर के रूप में सेना में काम कर रहे हैं वहीं दो और भाई खेतीबाड़ी का काम देखते हैं…दिनेश की पत्नी पत्नी वकील के रूप में कानून की सेवा कर रही हैं…
अपने आखिरी समय में दिनेश शर्मा ने अपने दोस्त को फोनकर कहा था कि पूरी प्लानिंग के साथ युद्ध में जा रहे हैं…कुछ भी हो सकता है.
यकीन मानिए ये शब्द एक फौजी के मुंह से ही सुनने को मिल सकते हैं…सोचिए कितना मजबूत सीना चाहिए इन शब्दों को कहने के लिए…सच में दिल से सलाम है ऐसे जाबाज सूरमा को…जय हिंद..
