RBI ने बढ़ाई यूपीआई लाइट-वॉलेट की लिमिट, छोटे ट्रांजेक्शन करना होगा आसान

आरबीआई ने इस साल अक्टूबर में ही यूपीआई लाइट के लिए सीमा बढ़ाने की योजना की घोषणा की थी. यह बदलाव आरबीआई के 2022 में जारी किए गए ऑफलाइन पेमेंट स्ट्रक्चर के प्रावधानों का हिस्सा है.
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RBI ने डिजिटल पेमेंट को आसान बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. यूपीआई लाइट के तहत ऑफलाइन डिजिटल पेमेंट की सीमा को बढ़ाने की घोषणा की गई. इस फैसले से यूपीआई ज्यादा उपयोगी होगी. आरबीआई के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, यूपीआई लाइट के जरिए अब प्रति ट्रांजेक्शन सीमा को 500 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया गया है.

इसके अलावा, यूपीआई वॉलेट की कुल सीमा को 2000 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये कर दिया गया है. यह बदलाव डिजिटल पेमेंट में एक क्रांतिकारी कदम साबित हो सकता है, खासतौर पर उन यूजर्स के लिए जो छोटे और बार-बार होने वाले लेन-देन करते हैं.

यूपीआई लाइट के फायदे

1. ऑफलाइन लेन-देन की सुविधा
यूपीआई लाइट के तहत लेन-देन पूरी तरह ऑफलाइन हो सकते हैं, जिससे इंटरनेट या टेलीकॉम कनेक्टिविटी की आवश्यकता नहीं होती. यह उन इलाकों में बेहद उपयोगी है जहां इंटरनेट की पहुंच सीमित है.

2. बैंक स्टेटमेंट में छूट
यूपीआई लाइट के माध्यम से किए गए छोटे लेन-देन आपके बैंक स्टेटमेंट में दिखाई नहीं देंगे, जिससे आपके बैंक खाते का रिकॉर्ड अधिक व्यवस्थित रहेगा.

3. छोटे ट्रांजेक्शन में सहूलियत
बढ़ी हुई सीमा के कारण अब उपभोक्ता 1000 रुपये तक के छोटे भुगतान आसानी से कर सकते हैं. कुल मिलाकर, यूपीआई लाइट वॉलेट के जरिए 5000 रुपये तक का भुगतान संभव होगा.

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अक्टूबर में हुई थी घोषणा

आरबीआई ने इस साल अक्टूबर में ही यूपीआई लाइट के लिए सीमा बढ़ाने की योजना की घोषणा की थी. यह बदलाव आरबीआई के 2022 में जारी किए गए ऑफलाइन पेमेंट स्ट्रक्चर के प्रावधानों का हिस्सा है. अब, आरबीआई की एमपीसी की बैठक के बाद इसे औपचारिक रूप से लागू किया गया है.

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