Wheat Flour Price: महंगा हुआ आटा, आम आदमी की जेब पर महंगाई की मार, जानें ताजा दाम
Wheat Price: आज के समय में आम आदमी के लिए महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा है. हर कोई आज के समय में महंगाई की मार झेल रहा है. अब एक और महंगाई की मार आम आदमी को पड़ी है. महंगाई की यह मार मुहं से निवाला कम करने का कह सकते हैं. क्योंकि भारत में गेहूं का आटा रोजमर्रा के भोजन का जरुरी हिस्सा है, लेकिन अब इसके दाम में बढ़ोतरी कर दी गई है.
लगातार बढ़ रहे आटा के दाम में फिर से बढ़ोतरी हुई है. दिसंबर के महीने में आटे की कीमत 40 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है. ये कीमत जनवरी 2009 के बाद सबसे ज्यादा है. आटे की कीमतों में इस बढ़ोतरी के असर से खाद्य महंगाई पर नियंत्रण पाने की सरकार की कोशिशों को तगड़ा झटका लगने की आशंका जताई जा रही है.
बात अगर क्विंटल की करें तो कई जगहों पर गेहूं का भाव ₹5,810 प्रति क्विंटल तक पहुंच चुका है. जो कि सरकार द्वारा तय किए गए MSP ₹2,275 प्रति क्विंटल से कहीं ज्यादा है. इस मूल्य वृद्धि के कारण घरेलू बजट बिगड़ जाएगा. देश भर में गेहूं के दाम जगह के मुताबिक अलग-अलग हैं. गेहूं को लेकर राज्य की स्थिति के हिसाब से गेहूं के दाम हैं. मगर कई राज्यों में गेहूं की कीमतों ने अब तक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
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देश के अन्य राज्यों में गेहूं के ताजा भाव
- दिल्ली: औसत कीमत ₹2,989 प्रति क्विंटल, अधिकतम ₹3,116 प्रति क्विंटल
- उत्तर प्रदेश: औसत कीमत ₹2,760 प्रति क्विंटल, अधिकतम ₹2,965 प्रति क्विंटल
- गुजरात: औसत कीमत ₹2,895 प्रति क्विंटल, अधिकतम ₹3,268 प्रति क्विंटल
- महाराष्ट्र: औसत कीमत ₹2,910 प्रति क्विंटल, अधिकतम ₹6,120 प्रति क्विंटल
- राजस्थान: औसत कीमत ₹2,755 प्रति क्विंटल, अधिकतम ₹2,840 प्रति क्विंटल
- मध्य प्रदेश: औसत कीमत ₹2,732 प्रति क्विंटल, अधिकतम ₹2,754 प्रति क्विंटल
- कर्नाटक: औसत कीमत ₹3,545 प्रति क्विंटल, अधिकतम ₹4,230 प्रति क्विंटल
- पश्चिम बंगाल: औसत कीमत ₹2,616 प्रति क्विंटल, अधिकतम ₹3,315 प्रति क्विंटल
- गोवा: गेहूं ₹52 प्रति किलो तक बिक रहा है
क्यों बढ़ी आटे की कीमत
देश भर में गेहूं के आटे की कीमत में बढ़ोतरी का कारण मौसम की अनुकूलता, उत्पादन में कमी और सप्लाई चेन में दिक्कतें हैं. इसके अलावा, बढ़ती महंगाई और अन्य आर्थिक कारणों से खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़ रही हैं. अगर गेहूं की आपूर्ति में और गिरावट होती है या अन्य बाहरी कारणों से स्थिति खराब होती है, तो गेहूं के दामों में और वृद्धि हो सकती है.