क्या आपके फोन में तो नहीं है वायरस? इन आसान तरीके से करें पता

फिल्मों की टिकट, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंकिंग एप्लिकेशन और डिजिटल ट्रांजेक्शन—हर काम मोबाइल पर किया जा रहा है.
Malware

मालवेयर

Tech Tips: आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गए हैं. फिल्मों की टिकट, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंकिंग एप्लिकेशन और डिजिटल ट्रांजेक्शन—हर काम मोबाइल पर किया जा रहा है. लेकिन जैसे-जैसे मोबाइल का उपयोग बढ़ा है, वैसे-वैसे हैकर्स की गतिविधियां भी बढ़ गई हैं. हैकर्स मालवेयर या वायरस का उपयोग कर मोबाइल फोन को निशाना बनाते हैं, जिससे आपकी निजी जानकारियां और डिवाइस दोनों खतरे में आ सकते हैं.

फोन में वायरस या मालवेयर होने के संकेत

  1. लगातार पॉप-अप एड आना
    अगर आपके फोन पर लगातार पॉप-अप एड्स आ रहे हैं और उन्हें हटाना मुश्किल हो रहा है, तो यह एक बड़ा संकेत है कि फोन में मालवेयर हो सकता है. ऐसे एड्स पर क्लिक करना आपकी निजी जानकारी को खतरे में डाल सकता है.
  2. बिना किसी कारण फोन का बिल बढ़ जाना
    अगर आपने कोई अतिरिक्त सर्विस नहीं ली है और फिर भी आपका फोन बिल अचानक बढ़ गया है, तो यह क्रैमिंग का नतीजा हो सकता है. क्रैमिंग का मतलब है कि कोई थर्ड-पार्टी कंपनी मालवेयर के जरिये आपके फोन से ऐसी सर्विस के पैसे वसूल लेती है, जिसे आपने इस्तेमाल नहीं किया.
  3. बैटरी का जल्दी डिस्चार्ज होना
    अगर आपका फोन सामान्य से ज्यादा जल्दी बैटरी खत्म कर रहा है, तो यह भी मालवेयर का संकेत हो सकता है. मालवेयर बैकग्राउंड में अलग-अलग टास्क को सक्रिय रखते हैं, जिससे बैटरी तेज़ी से ड्रेन होती है.
  4. फोन की स्पीड का धीमा हो जाना
    मालवेयर होने पर फोन की कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ता है. फोन की गति धीमी हो जाती है, और कई बार टास्क क्रैश हो जाते हैं. यह इसलिए होता है क्योंकि मालवेयर फोन के कंपोनेंट से अधिक काम लेता है.
  5. फोन में अनचाही ऐप्स का आना
    कई बार अनजाने में ऐप डाउनलोड करने के साथ मालवेयर भी फोन में आ जाता है, जो अतिरिक्त और अनचाही ऐप्स इंस्टॉल कर देता है. ऐसी स्थिति में आपको ऐप लिस्ट पर नजर रखनी चाहिए और अनचाही ऐप्स को तुरंत डिलीट करना चाहिए.

यह भी पढ़ें: OnePlus ने सस्ता किया अपना सबसे लेटेस्ट स्मार्ट फोन, धांसू फीचर्स के साथ नए साल पर लॉन्‍च होगा ये हैंडसेट

मालवेयर से बचने के उपाय

  1. विश्वसनीय स्रोत से ही ऐप डाउनलोड करें: केवल Google Play Store या Apple App Store से ही ऐप डाउनलोड करें और थर्ड-पार्टी वेबसाइट्स से बचें.
  2. एंटीवायरस का उपयोग करें: फोन में एक अच्छे एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर को इंस्टॉल करें और उसे नियमित रूप से अपडेट करें.
  3. संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: अनजान या संदिग्ध ईमेल, मैसेज और पॉप-अप एड्स पर क्लिक करने से बचें.
  4. सॉफ़्टवेयर अपडेट करें: फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम और ऐप्स को हमेशा अपडेट रखें.
  5. फैक्ट्री रिसेट का विकल्प: अगर समस्या गंभीर है, तो फोन को फैक्ट्री रिसेट करें, लेकिन इससे पहले जरूरी डेटा का बैकअप ले लें.

ज़रूर पढ़ें