‘Maha Kumbh’ कार से जानें का है प्लान, तो पार्किंग को लेकर न हो परेशान…! जानें प्रशासन की क्या है व्यवस्था
Maha kumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में ‘महाकुंभ’ 2025 का शुभारंभ हो गया है. 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा)से शुरू हुआ यह आयोजन, 26 फरवरी (महाशिवरात्रि ) तक चलेगा. 45 दिनों तक चलने वाले इस महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु देश विदेश से यहां संगम तट में डुबकी लगाने और आध्यात्म में सराबोर होने पहुंच रहे हैं.
कई श्रद्धालु यहां ट्रेन से तो कोई कार से यहां पहुंच रहा है और भीड़भाड़ में पार्किंग एक बड़ी समस्या होती हैं. शहर में बाहर की गाड़ियों को अंदर आने देने पर रोक लगी हुई है, प्रयागराज फिलहाल नो व्हीकल जोन घोषित है.
ऐसे में अगर आप दूसरे शहरों से प्रयागराज ‘महाकुंभ’ आ रहे हैं तो यहां हम आपको बताएंगे अपनी गाड़ी कहां पार्क कर सकते हैं और फिर संगम पहुंचने के लिए कितना पैदल चलना पड़ेगा…
आइए जानते हैं मेला प्रशासन की पार्किंग व्यवस्था
प्रयागराज के ट्रैफिक पुलिस ने मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक प्लान तैयार किया है. इसके अनुसार, मेला क्षेत्र में आने वाले समस्त वाहनों के लिए यातायात डायवर्जन और पार्किंग की व्यवस्था प्रस्तावित की गई है.
अपनी गाड़ी से जाने वाले श्रद्धालुओं को अब बिल्कुल भी परेशान होने की जरूरत नहीं है. इस बार मेला प्रशासन की तरफ से जो पार्किंग का इंतजाम किया गया है. वहां 10 लाख गाड़ियां खड़ी हो सकती हैं. यह पार्किंग एरिया संगम तट से करीब 3 से 4 किलोमीटर दूरी पर है.
ट्रेन से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए संगम तट तक पहुंचने का रास्ता
ट्रेन से आ रहे श्रद्धालु प्रयागराज के किसी भी स्टेशन पर उतरें. वहां से संगम तट का रास्ता 1.5 किलोमीटर की दूरी पर है. बता दें कि रेलवे स्टेशनों में शटल बस की सर्विस भी शुरू कर दी गई है. यह बस सेवा अमृत स्नान वाले दिनों में फ्री रहेगी.
मेला क्षेत्र में पैदल आगमन करने वाले स्नानार्थियों व श्रद्धालुओं के लिए ये होगा मार्ग
- संगम आने का पैदल मार्ग- संगम आने वाले श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों को जी०टी० जवाहर से प्रवेश कर काली सड़क आकर काली रैम्प से होते हुए संगम अपर मार्ग से संगम तक जा सकेंगे.
- संगम से वापसी का पैदल मार्ग- संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग होते हुए इण्टर लाकिंग वापसी मार्ग त्रिवेणी मार्ग होते हुए अपने वापसी स्थल तक जा सकेंगे.