Lok Sabha Election 2024: महासमुंद के रण में कौन मारेगा बाजी? रुपकुमारी चौधरी और ताम्रध्वज साहू के बीच कांटे का मुकाबला

Lok Sabha Election 2024: महासमुंद लोकसभा क्षेत्र को कांग्रेस का गढ़ कहा जाता है. कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे विद्याचरण शुक्ला यहां से 7 बार सांसद निर्वाचित हुए थे. लेकिन 2009, 2014 और 2019 में भाजपा ने चुनाव जीतकर अपनी हैट्रिक लगा दी है.
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पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और रूपकुमारी चौधरी

Lok Sabha Election 2024: महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के रण में इस बार कौन मारेगा बाजी? क्या रुपकुमारी चौधरी को मिलेगा स्थानीय प्रत्याशी होने का फायदा या फिर साहू वोटरों को रिझा पायेंगे ताम्रध्वज साहू. महासमुंद लोकसभा सीट से भाजपा ने रुपकुमारी चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया है वहीं कांग्रेस ने ताम्रध्वज साहू को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.

क्या भाजपा की जीत का सिलसिला जारी रहेगा या फिर इस बार कांग्रेस तोड़ेगी इस चक्रव्यू को

महासमुंद लोकसभा क्षेत्र को कांग्रेस का गढ़ कहा जाता है. कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे विद्याचरण शुक्ला यहां से 7 बार सांसद निर्वाचित हुए थे. लेकिन 2009, 2014 और 2019 में भाजपा ने चुनाव जीतकर अपनी हैट्रिक लगा दी है. 2009 और 2014 में भाजपा के चंदूलाल साहू चुनाव जीते थे. वहीं 2019 में चुन्नीलाल साहू ने चुनाव जीतकर भाजपा की हैट्रिक लगा दी. हालांकि इस बार भाजपा ने साहू समाज की जगह अघरिया समाज को अपना प्रत्याशी बनाया है. जबकि कांग्रेस ने पूर्व गृह मंत्री और साहू समाज से ताल्लुक रखने वाले ताम्रध्वज साहू को अपना उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में देखने वाली बात होगी की क्या रुपकुमारी चौधरी भाजपा की जीत का सिलसिला जारी रखती हैं या फिर ताम्रध्वज साहू चुनाव जीतकर भाजपा के चक्रव्यूह को भेदने में सफल हो पाएंगे.

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महासमुंद लोकसभा में ओबीसी वर्ग का दबदबा

महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में ओबीसी समाज का दबदबा हैं. यहां 51% मतदाता अन्य पिछड़ा वर्ग के हैं, जिनमें साहू, कुर्मी, अघरिया, यादव और कोलता समाज की बहुलता है. अनुसूचित जनजाति लगभग 20%, अनुसूचित जाति लगभग 11% और अनारक्षित वर्ग के लगभग 12 % मतदाता हैं.

क्या ताम्रध्वज साहू को राजनितिक अनुभव का मिलेगा फायदा?

कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू के पास राजनीति का एक लंबा अनुभव है. 1998 में पहली बार विधायक बने इसके बाद 2003, 2008 में बेमेतरा और 2018 में दुर्ग ग्रामीण से चौथी बार विधायक बने. वहीं 2018 में भूपेश सरकार में कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुके है. इसके साथ ही 2014 में दुर्ग लोकसभा से पहली बार सांसद बने. क्या ताम्रध्वज साहू को राजनितिक अनुभव का लाभ का इस चुनाव में मिलेगा?

महासमुंद लोकसभा सीट के विधानसभा सीटों पर एक नजर

महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में कुल 8 विधानसभा आते हैं. इसमें सराईपाली, बसना, खल्लारी, महासमुंद, राजिम, बिंद्रानावगढ, धमतरी, कुरुद विधानसभा शामिल हैं. इसमें 4 विधानसभा बसना, महासमुंद, राजिम और कुरुद में भाजपा का कब्जा हैं जबकि 4 विधानसभा सराईपाली, खल्लारी, बिंद्रानवागढ़ और धमतरी में कांग्रेस ने जीत दर्ज की.

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