MP Politics: एक तरफ चर्चाओं का बाजार गर्म है कि कमलनाथ कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ कमलनाथ मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बताए जा रहे हैं. दरअसल, कांग्रेस की ऑफिशियल वेबसाइट पर कमलनाथ अब भी प्रदेशाध्यक्ष दिखाए जा रहे हैं. अभी भी कांग्रेस की आधिकारिक बेवसाइट एमपी कांग्रेस पर साफ लिखा दे रहा है – हमारा नेतृत्व, अध्यक्ष कमलनाथ हैं.
खास बात ये है कि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद उन्हें प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था. जिसके बाद पीसीसी की कमान जीतू पटवारी को सौंपी गई थी. लेकिन भले ही प्रदेशाध्यक्ष के पद पर वो न हो पर कांग्रेस की आधिकारिक बेवसाइट पर उन्हे अध्यक्ष दिखाया गया है.
अध्यक्ष के पद से हटाना बनी वजह
भले ही कमलनाथ को लेकर सुर्खियां और चर्चाओं का बाजार गर्म हो पर राजनीतिक जानकार कहते हैं कि बिना किसी बातचीत के कमलनाथ को प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाया गया था, जिसके बाद से माना जा रहा था कि कमलनाथ और उनके समर्थक नेताओं में अंदर खाने इसे लेकर नाराजगी थी. माना जा रहा है कि इस तरह कमलनाथ के सिर पर हार ठीकरा फोड़कर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाना भी कमलनाथ के कांग्रेस से मोहभंग का एक बड़ा कारण है.
राज्यसभा जाना चाहते थे कमलनाथ!
इसके बाद राज्यसभा के उम्मीदवार के तौर पर कमलनाथ को न चुनना भी कांग्रेस को भारी पड़ सकता है. कहा जा रहा है कि कमलनाथ राज्यसभा जाना चाहते थे, जिसे लेकर बीते 9 फरवरी को उन्होंने सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी लेकिन उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस की तरफ से कमलनाथ को न चुना जाना भी एक बड़ा कारण माना जा रहा है .
बीते दिन चर्चाएं तेज थी कि कमलनाथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं, जिसे लेकर कमलनाथ ने बयान भी दिया, जिसमें न उन्होंने पूरी तरह इकरार किया फिर कयासों और अटकलों को और बल मिलने लगा. कमलनाथ ने कहा कि जो करूंगा आपको बता दूंगा,
जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में भूचाल आ गया. अभी तक सिर्फ कमलनाथ के बीजेपी में जाने की बातें थी लेकिन अब माना जा रहा है कि कांग्रेस के मौजूदा और पूर्व विधायक भी कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जा सकते हैं. ऐसे में कांग्रेस भी अपने विधायकों को टूटने से बचाने की कोशिश में जुट गई है.