Bihar Election 2025: इस साल के विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने को है, एक अहम सवाल फिर सिर उठा रहा है- क्या बिहार अब एक नए राजनीतिक विकल्प को अपनाने के लिए तैयार है? और अगर हां, तो क्या वह विकल्प प्रशांत किशोर और उनकी जन सुराज बन सकती है?
करीब 400 एकड़ का यह शहरी जंगल, जो न केवल विश्वविद्यालय का हिस्सा रहा है बल्कि सैकड़ों वन्य जीवों और जैव विविधता का घर भी, अब सरकार की विकास योजनाओं की ज़द में आ गया है.
सिल्वर स्क्रीन पर जैसे ही "जाट" शुरू होती है, आपको एहसास होता है कि ये कोई आम फिल्म नहीं, बल्कि एक्शन और मसाला का एक ज़ोरदार पंच है.
TEST Review: नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई फिल्म "टेस्ट" एक ऐसी फिल्म है जो टेस्ट क्रिकेट की तरह धीमी जरूर है, लेकिन इसकी गहराई और इमोशन्स आखिरी ओवर तक बांधे रखते हैं.
"दुपहिया" की कहानी एक चोरी हुई मोटरसाइकिल के इर्द-गिर्द घूमती है, लेकिन असल में यह सिर्फ एक बहाना है गाँव के सामाजिक ताने-बाने को उधेड़ने और फिर से जोड़ने का.
Mrs Review: Mrs. सिर्फ एक साधारण गृहिणी की कहानी नहीं है, बल्कि यह उन अनकही सच्चाइयों को उजागर करती है, जिनसे हर भारतीय महिला कभी न कभी गुज़री होती है. यह फिल्म दिखाती है कि कैसे समाज में सदियों से चली आ रही पितृसत्तात्मक सोच महिलाओं की पहचान को धीरे-धीरे मिटाती जाती है और उन्हें सिर्फ एक "आदर्श पत्नी" और "संस्कारी बहू" के रूप में सीमित कर देती है.
श्याम बेनेगल की फिल्मों में समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्ग, महिलाओं की स्थिति, और भारतीय राजनीति तथा संस्कृति की बारीकियाँ मुख्यतः प्रकट होती थीं.
भारत के मशहूर तबला वादक, संगीतज्ञ और विश्व प्रसिद्ध कलाकार ज़ाकिर हुसैन अब दुनियां को अलविदा कह चुके हैं, जिन्हें उनकी अनूठी कला और अद्भुत शैली के लिए जाना जाता है.
13 दिसंबर को ज़ी-5 पर रिलीज हुई फिल्म डिस्पैच एक ऐसे पत्रकार जॉय (मनोज बाजपेयी) की कहानी है, जो हर समय अपनी अगली बड़ी खबर के पीछे भागता रहता है.
"वन नेशन, वन इलेक्शन" का प्रस्ताव न केवल सरकारी खर्चों को कम करने की दिशा में एक कदम हो सकता है, बल्कि संसाधनों का बेहतर प्रबंधन और राजनीतिक स्थिरता को भी बढ़ावा दे सकता है।