Bihar Election 2025: एनडीए के 'पांच पांडव' जेडीयू, बीजेपी, हम, रालोमो और एलजेपी ने जातिगत गणित को पलट दिया. नीतीश ने ईबीसी (26%), कुर्मी-कोइरी (7%), महादलितों को आरक्षण बढ़ाया, जबकि चिराग ने पासवान वोट जोड़ा. 2020 में चिराग की बगावत से नुकसान हुआ था, लेकिन इस बार गठबंधन ने सीमांचल और कोसी में कमाल किया.
Jan Suraj Party: पटना के गांधी मैदान से लेकर दरभंगा की सड़कों तक, पीले झंडे लहराए. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुए, जहां किशोर नीतीश सरकार पर हमलावर थे. प्रशांत ने कहा था कि पांच साल लूटा, अब चुनाव से पहले 5-10 हजार रुपये बांट रहे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, इन 8 आतंकियों ने खुद को दो-दो के चार ग्रुप में बांट लिया था. इन सभी टीमों को देश के अलग-अलग 4 शहरों में जाने और वहां कई जगहों पर धमाके करने का जिम्मा सौंपा गया था.
Bihar Election 2025: बिहार के वोटर राष्ट्रीय औसत से भी ज़्यादा NOTA को पसंद करते रहे हैं, जो एक बड़ी बात है. 2015 विधानसभा चुनाव में NOTA को 2.5% वोट मिले थे, जो अब तक का रिकॉर्ड है. हालांकि, 2020 विधानसभा चुनाव में यह आंकड़ा 1.7% रहा. 2024 लोकसभा चुनाव में NOTA का वोट प्रतिशत एक बार फिर बढ़कर 2.1% तक पहुंच गया है.
Dust Control Tips: कुछ अध्ययनों से पता चला है कि घर की धूल का 20 से 50 प्रतिशत हिस्सा दरअसल आपकी और आपके परिवार के सदस्यों की मृत त्वचा कोशिकाओं से बना होता है. इसके अलावा, पालतू जानवरों के बाल और त्वचा के गुच्छे भी इसमें शामिल होते हैं. खाना पकाने, मोमबत्तियां जलाने, या घर के अंदर धूम्रपान करने से भी बहुत महीन और हानिकारक धूल उत्पन्न होती है, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है.
UP News: जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी राजेश मिश्रा जेल में होने के बावजूद अपने परिवार को फोन और मुलाकातों के जरिए निर्देश देकर गांजे और स्मैक का पूरा नेटवर्क चला रहा था. यह गिरोह अंतरराज्यीय स्तर पर मादक पदार्थों की सप्लाई करता था.
Rajnath Singh On Pakistan: राजनाथ सिंह ने कहा, "जो परीक्षण करना चाहते हैं, उन्हें करने दें. हम उन्हें कैसे रोक सकते हैं? हालांकि, जो भी हो, हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं."
Bihar Election 2025: बिहार की राजनीति की जड़ें जाति पर आधारित हैं, यह सब जानते हैं. लेकिन उपनामों की जटिलता ने समीकरण को इतना पेचीदा बना दिया है कि यह पता लगाना मुश्किल है कि वोटर कौन किस पार्टी को वोट दे रहा है. राज्य में कई ऐसे सरनेम हैं जो ऊंची जाति से लेकर पिछड़ी जाति और दलितों तक में समान रूप से इस्तेमाल होते हैं.
RSS: मोहन भागवत ने कहा कि अगर RSS को सरकार ने कभी मान्यता नहीं दी, तो उस पर तीन बार प्रतिबंध क्यों लगाया गया? उन्होंने आगे कहा, "हमें तीन बार प्रतिबंधित किया गया, यानी सरकार ने हमें मान्यता दे दी थी."
CBSE AI Curriculum: अभी तक CBSE स्कूलों में आठवीं से AI वैकल्पिक था. 2024-25 में 7.9 लाख बच्चों ने 9वीं-10वीं में और 50 हजार ने 11वीं-12वीं में AI चुना. लेकिन राज्य बोर्ड्स में ज्यादातर बच्चों को ये मौका नहीं मिलता. 2026 से हर राज्य बोर्ड में AI कम्पलसरी या वैकल्पिक रहेगा.