इस मामले में 25 सितंबर को FIR दर्ज की गई थी और 26 सितंबर को SIT का गठन कर जांच शुरू की गई. लेकिन जांच के बीच आंध्र प्रदेश सरकार को तब आलोचना का सामना करना पड़ा जब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने के लिए मिलावटी घी के उपयोग के आरोपों का कोई ठोस आधार नहीं है.
Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर एफआईआर दर्ज हो जाए तो कोई शख्स आरोपी है या दोषी, यह बुलडोजर एक्शन का आधार नहीं हो सकता है. इतना ही नहीं कोर्ट ने यह भी कहा कि अवैध निर्माण साबित होने पर वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए कुछ वक्त दिया जाना चाहिए.
Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में सत्ता विरोधी भय ने बीजेपी को फिर से रणनीति बनाने पर मजबूर कर दिया. बिलबोर्ड और ऑनलाइन दोनों जगह बीजेपी के पोस्टरों पर आम महिला और पुरुष के चेहरे हैं.
हमले की जानकारी फैलने के बाद रोड शो को तुरंत रोक दिया गया. दुष्यंत चौटाला और चंद्रशेखर आजाद भी रथ से उतरकर कार्यकर्ताओं के बीच पहुंच गए. जैसे ही यह खबर फैली, पार्टी के कार्यकर्ता मौके पर जुटने लगे.
Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा कांग्रेस ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखी है, जिसमें कहा गया है कि डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख राम रहीम जेल से बाहर आया तो चुनाव को प्रभावित कर सकता है.
लद्दाख के लोग लंबे समय से छठी अनुसूची में शामिल होने, स्वायत्तता, और राज्य का दर्जा पाने की मांग कर रहे हैं. 2019 से जब लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिला, तब से यह मुद्दा उठता रहा है. केंद्र सरकार ने हाल ही में लद्दाख में नए जिलों की घोषणा की थी, लेकिन स्थानीय लोगों में इस संबंध में निराशा बनी हुई है.
Upendra Dwivedi: आर्मी चीफ ने कहा, 'चीन आर्टिफिशियल बस्तियां बसा रहा है. कोई बात नहीं. वह उनके देश में चाहे जो करें. लेकिन हम साउथ चाइन सी में जो देखते हैं और ग्रे जोन की बात करते हैं तो शुरुआत में हमें मछुआरे और ऐसे लोग मिलते हैं, जो सबसे आगे रहते हैं.
इस पर जस्टिस गवई ने कहा कि हम एक धर्मनिरपेक्ष व्यवस्था में हैं और अवैध निर्माण चाहे किसी का भी हो, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि कार्रवाई निष्पक्ष हो और किसी एक धर्म या समुदाय के खिलाफ न हो.
इस वर्ष के सम्मान के लिए एक समिति का गठन किया गया, जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार असग़र वजाहत ने की. चयन समिति में डॉ.अनामिका, प्रियदर्शन, यतींद्र मिश्र, उत्कर्ष शुक्ल, और डॉ. नलिन विकास शामिल थे.
जम्मू-कश्मीर की राजनीति में जम्मू और कश्मीर क्षेत्रों के मतदाताओं की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है. जम्मू क्षेत्र में हिंदू मतदाता चुनावी समीकरणों को प्रभावित करते हैं, जबकि कश्मीर में मुस्लिम मतदाताओं की भूमिका अहम है.