Maharashtra Assembly Election 2024: शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया है. उन्होंने कहा कि MVA की सार्वजनिक बैठक सफल रही. किसे वोट देना है और क्यों, किस विचारधारा को वोट देना है, ये भी महत्वपूर्ण है.
डोनाल्ड ट्रंप की अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत से भारतीय शेयर बाजार पर प्रभाव पड़ा है, ऐसा कुछ विश्लेषक मानते हैं. हालांकि, ट्रंप के चुनावी परिणामों की घोषणा के कुछ घंटों बाद भारतीय बाजार में गिरावट आई, लेकिन इसे केवल एक इत्तेफाक नहीं कहा जा सकता.
Jammu-Kashmir: दोनों दलों के विधायक वेल में आकर पहले तो नारेबाजी करने लगे, इसके बाद आपस में ही विधायक धक्का-मुक्की करने लगे. जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हाथापाई आर्टिकल 370 की वापसी के प्रस्ताव से जुड़ा हुआ है.
Yasin Malik: यासीन मालिक की पत्नी मुशाल हुसैन मलिक ने राहुल गांधी को पत्र लिख कर पति के लिए मदद मांगी है. मुशाल हुसैन ने बुधवार को विपक्ष के नेता राहुल से अपने पति के लिए संसद में बहस शुरू करने की गुजारिश की है.
Delhi Pollution: राजधानी दिल्ली में में प्रदूषण का स्तर हर दिन बढ़ता जा रहा है. दिल्ली की हवा हर बीतते दिन के साथ जहरीली हो रही है. जिमें सांस लेना सेफ नहीं है. इधर छठ की हुई व्रतियों के लिए यमुना का पानी भी जहरीला बना हुआ है.
Chhath Puja 2024: नहाए-खाए और खरना के बाद इस महापर्व में आज संध्याकाल में डूबते सूरज को अर्घ्य दिया जाएगा. आज पहले भगवान सूर्य और छठी मईया की उपासना के साथ गंगा में खड़े होकर व्रती शाम सूर्य को अर्घ्य देती हैं.
Sharda Sinha: शारदा सिन्हा की गायन यात्रा की शुरुआत रेडियो पटना से हुई थी, जहां उनकी आवाज़ ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. इसके बाद उन्होंने अपनी गायन यात्रा को भोजपुरी, हिंदी, मैथिली, और अन्य भाषाओं तक विस्तारित किया.
Maharashtra Assembly Election 2024: चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस और उसके साथी दलों का गठबंधन महाअघाड़ी नहीं बल्कि महाअनाड़ी गठबंधन है.
Maharashtra Assembly Election 2024: बीजेपी से निकाले गए नेताओं में धुले जिले से श्रीकांत करर्ले और सोपान पाटील जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं. जलगांव शहर से मयूर कापसे और आश्विन सोनवणे को भी निष्कासित किया गया है.
Waqf Board: वक्फ (संशोधन) विधेयक पेश किए जाने स्मृति ईरानी ने कहा, 'उस दिन सदन में हमारे पास सर्वसम्मति थी और संख्या भी पर्याप्त थी. लेकिन फिर भी हमने संयुक्त समिति के लिए इस पर विचार किया ताकि हर राजनीतिक दृष्टिकोण और आम नागरिक जेपीसी के समक्ष अपनी राय रख सकें, आकर अपनी बात रख सकें.'