Haryana Election 2024: पिछले विधानसभा चुनाव में सात निर्दलीय उम्मीदवार जीतकर सदन पहुंचे थे. इनमें से कई विधायकों ने समय-समय पर मौजूदा सरकार को बचाया है. पिछली बार के जीते कुछ निर्दलीय विधायकों को अब भाजपा और कांग्रेस से भी टिकट मिले हैं.
Haryana Election 2024: सोम भारती ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस चीफ सहित कई कांग्रेस नेताओं ने बीच चुनाव में पार्टी छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया. वहीं, अजय माकन जैसे सीनियर कांग्रेस नेताओं ने मिलने से इनकार कर दिया.
Manipur Violence: बैक टू बैक हुई बैठकों से मणिपुर की राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है. इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि मुख्यमंत्री अपना इस्तीफा दे सकते हैं.
हालांकि, इस भंडार के व्यावसायिक लाभकारी साबित होने की गारंटी नहीं है. इसे निकालने और उपयोगी बनाने के लिए बड़ी मात्रा में निवेश की आवश्यकता होगी, और इसमें कई साल लग सकते हैं.
कांग्रेस नेता दीपक बाबरिया और आप सांसद राघव चड्ढा के बीच शनिवार को बाबरिया के आवास पर हुई बैठक बिना किसी समझौते के समाप्त हो गई. बैठक के बाद दीपक बाबरिया ने कहा कि पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन उम्मीद है कि रविवार या अगले दिन तक कोई समाधान निकल सकता है. कांग्रेस 4-5 से अधिक सीटें देने को तैयार नहीं है, जबकि आप 10 सीटें चाहती है.
मई और जुलाई 1999 के बीच लड़े गए कारगिल युद्ध में पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू और कश्मीर के कारगिल जिले में नियंत्रण रेखा के भारतीय हिस्से में घुसपैठ की थी. भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय के तहत इन घुसपैठियों को पीछे हटने पर मजबूर किया था.
पार्टी, जो राष्ट्रवाद के इर्द-गिर्द अपना नैरेटिव बनाती रही है और आतंकवाद के साथ-साथ हिंदुत्व को अपनी राजनीति का आधार बनाती रही है, अब चुनावी घोषणापत्र में लोकलुभावन वादे कर रही है.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद कुणाल घोष ने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए सोशल मीडिया पर दावा किया कि बिक्रम भट्टाचार्जी को उचित उपचार नहीं मिला. हालांकि, अस्पताल ने इन आरोपों का खंडन किया.
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने 31 जुलाई को उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी थी और उन्हें भविष्य की परीक्षाओं से वंचित कर दिया था. खेडकर ने कथित तौर पर आरक्षण लाभ पाने के लिए यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, 2022 के लिए अपने आवेदन में गलत जानकारी दी थी.
अधिकारी ने बताया कि हत्या के बाद जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर पहाड़ियों में विरोधी समुदायों के हथियारबंद लोगों के बीच भारी गोलीबारी हुई, जिसमें तीन पहाड़ी उग्रवादियों सहित चार हथियारबंद लोगों की मौत हो गई.