केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए डबल खुशखबरी है. जुलाई से लेकर दिसंबर तक महंगाई भत्ते (DA) में बढ़ोतरी का ऐलान हो चुका है, और इसका असर अक्टूबर की सैलरी पर सीधे पड़ेगा. यानि इस बार कर्मचारियों को जुलाई, अगस्त और सितंबर का तीन महीने का DA एरियर भी मिलने वाला है.
Maharashtra Assembly Election 2024: बता दें कि यह चुनाव दोनों गठबंधनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे राज्य में अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं बहुजन समाज पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है.
मुख्यमंत्री के रूप में सैनी का यह दूसरा कार्यकाल होगा. भाजपा की बैठक में सैनी के नाम पर मुहर लगाई गई है.
उमर अब्दुल्ला की शादी पायल नाथ से हुई, जो सिख परिवार से हैं. उनका पहला मिलन दिल्ली के ओबेरॉय होटल में हुआ, जहां दोनों एक साथ काम कर रहे थे. दोनों के परिवारों का समर्थन था, लेकिन...
बिश्नोई गैंग ने सलमान खान के करीबियों को धमकी दिया था. इस पोस्ट के बाद से ही पुलिस अलर्ट मोड पर है. पुलिस की स्पेशल टीमें सलमान खान के करीबियों की जानकारी इकट्ठा करने में लगी हुई है.
इस बार चुनावी रणभूमि में बीजेपी के साथ शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) का गठबंधन है. 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 105 सीटें जीतकर राज्य में एक मजबूत स्थिति बनाई थी. इस बार भी पार्टी ने अपनी रणनीति को मजबूत करने के लिए सहयोगियों के साथ तालमेल बिठाने पर जोर दिया है.
यह ध्यान देने योग्य है कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने मिलकर जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ा था और दोनों दलों की संयुक्त जीत ने इसे और भी महत्वपूर्ण बना दिया है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 6 सीटें जीती थीं.
शाह की मीटिंग से पहले आज की अखबारों में हरियाणा सरकार का विज्ञापन में मुख्यमंत्री के चेहरे का खुलासा कर दिया गया है. अखबार में हरियाणा सरकार के छपे विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नायब सैनी की तस्वीर है.
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में बीजेपी विधायक योगेश वर्मा को थप्पड़ मारने के मामले में वकील अवधेश सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. मामला दर्ज होने से पहले बीते सोमवार को योगेश वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की थी.
Maharashtra: 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद राज्य की राजनीति में बहुत कुछ बदल चुका है. 2019 में साथ मिलकर चुनाव लड़ीं भाजपा और शिवसेना को नतीजों में बहुमत मिला, लेकिन मुख्यमंत्री के मुद्दे पर दोनों दलों का गठबंधन टूट गया.