इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में एक फ्रांसीसी मल्टीनेशनल कंपनी टोटलएनर्जीज़ के गैस स्टेशन पर भी हवाई हमला किया है. यह हमला तब हुआ जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच जुबानी जंग जारी है.
इस दशकों पुराने संघर्ष ने एक बार फिर 7 अक्टूबर, 2023 को उस समय जोर पकड़ा, जब हमास के आतंकवादियों ने दक्षिणी इजरायल पर हमला किया, जिसमें 1,200 लोग मारे गए. इस हमले में हमास ने लगभग 250 लोगों को बंधक भी बनाया.
1979 से पहले ईरान की शासन व्यवस्था एक राजतंत्र के अधीन थी. उस समय शाह मोहम्मद रजा पहलवी का शासन था, जो पश्चिमी देशों, विशेषकर अमेरिका का समर्थक था. इस दौरान, ईरान में महिलाओं को स्वतंत्रता का अनुभव था, लेकिन कट्टरपंथी नेताओं का असंतोष बढ़ रहा था.
S jaishankar Pakistan Visit: विदेश मंत्रालय के अनुसार, सेना को तैनात करने का फैसला संविधान के अनुच्छेद 245 के तहत लिया गया है. इसके तहत सरकार को शांति बनाए रखने में नागरिक प्रशासन की मदद के लिए सेना की टुकड़ियों को बुलाने का अधिकार है.
हूती विद्रोही पिछले एक साल से इजरायल से जुड़े व्यापारिक जहाजों पर लगातार हमला कर रहे हैं. अक्टूबर 2023 में इजरायल और हमास के बीच शुरू हुए युद्ध के बाद से हूतियों ने मिसाइलों और ड्रोन का उपयोग कर 80 से अधिक व्यापारिक जहाजों पर हमले किए हैं.
Donald Trump: ट्रंप राष्ट्रपति बाइडेन से पूछे गए एक सवाल का जिक्र कर रहे थे, जिसमें 200 मिसाइलों के हमले के जवाब में इजरायल द्वारा ईरान की एटमी ठिकानों को निशाना बनाने की संभावना के बारे में पूछा गया था.
नमाज के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने दुनियाभर के मुसलमानों से एकजुट होने की अपील की.
Israel-Iran: भारत की Tata कंपनी की बात करें तो इसका कारोबार ज्वेलरी सेक्टर से लेकर आईटी, माइनिंग और कंसल्टेंसी तक फैला हुआ है. अगर फ़ुल स्केल वॉर होता है तो टाटा ग्रुप की Titan और TCS के शेयर में भारी गिरावट देखी जा सकती है.
इजरायल द्वारा हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह को मारने के बाद यह दूसरा बड़ा हमला बताया जा रहा है, जिसमें हाशिम सफीद्दीन को निशाना बनाया गया.
इजरायल की ये छह एयर डिफेंस सिस्टम उसकी सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. दुश्मन चाहे कितनी भी ताकतवर तकनीक का इस्तेमाल करें, इजरायल अपनी इन सुरक्षा प्रणालियों की बदौलत हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है.