Maha Kumbh 2025: संगम नगरी प्रयागराज में आस्था का ऐसा उदाहरण देखने को मिला है, जिसकी हर ओर चर्चा हो रही है. यहां एक 12 साल के बाल संत कड़ाके की ठंड में तप कर रहे हैं.
सरस्वती नदी के बारे में कहा जाता है कि यह भूमिगत रूप से बहती है और प्रयागराज में त्रिवेणी के पास निकलती है.
महाकुंभ 2025 का आगाज 13 जनवरी 2025 पौष पूर्णिमा के दिन से हो गया है, जो 26 फरवरी तक चलेगा.
मध्य प्रदेश के के सभी धार्मिक शहर जैसे उज्जैन, अमरकंटक, खंडवा, चित्रकूट आदि शहरों में शराब की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगने वाली है.
इस बार कुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद है. यह संख्या अमेरिका और रूस की आबादी से भी ज्यादा है.
Maha Kumbh 2025: हाथ में मोबाइल और सेल्फी स्टिक लेकर महाकुंभ 2025 में शामिल होने पहुंचे डिजिटल बाबा ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर सवाल उठाए हैं.
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ के पहले दिन करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम तट पर डुबकी लगाई है. इन श्रद्धालुओं में बड़ी संख्या विदेशियों की भी है, जो सनातन धर्म से सराबोर दिख रहे हैं.
'चाय वाले बाबा' का सबसे बड़ा काम है, आईएएस की तैयारी कर रहे छात्रों की मदद करना. इनका काम कोई साधारण नहीं है. यह बाबा व्हाट्सएप के जरिए बच्चों को स्टडी मटेरियल भेजते हैं और उनकी तैयारियों में मदद करते हैं.
महाकुंभ के आयोजन के लिए प्रयागराज शहर को पूरी तरह से नया रूप दिया गया है. यहीं नहीं, इस बार डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल भी बड़े पैमाने पर किया गया है. तीर्थयात्रियों के लिए ऑनलाइन बुकिंग, डिजिटल पेमेंट, और अन्य सुविधाओं के लिए एप्लिकेशन विकसित की गई हैं.
LIVE: श्रीनगर-लेह हाइवे NH-1 पर बनी 6.4 किलोमीटर लंबी डबल लेन टनल श्रीनगर को सोनमर्ग से जोड़ेगी. श्रीनगर-लेह हाइवे पर गगनगीर से सोनमर्ग के बीच पहले 1 घंटे से ज्यादा समय लगता था. अब टनल के कारण यह दूरी 15 मिनट में पूरी हो पाएगी.