पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर केस में PWD का बड़ा एक्शन, आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का रजिस्ट्रेशन रद्द
Bijapur: बस्तर संभाग के पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर केस (Mukesh Chandrakar Murder) में लगातार एक के बाद एक एक्शन लिए जा रहे हैं. इस कड़ी में PWD (लोक निर्माण विभाग) ने भी बड़ा एक्शन लिया है. PWD ने आरोपी सड़क ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के ‘अ’ वर्ग के रजिस्ट्रेशन को रद्द कर दिया है.
ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का रजिस्ट्रेशन रद्द
लोक निर्माण विभाग ने सोमवार को एक आदेश जारी किया है. इस आदेश के तहत पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर केस के आरोपी सुरेश चंद्राकर का ‘अ’ वर्ग ठेकेदार के पंजीयन ( क्र. CGeR06088 दिनांक 06.03.2020 ) को रद्द कर दिया है.
अरबों रुपए का मिला था ठेका
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी सुरेश चंद्राकर को अरबों रुपए का ठेका मिला हुआ था. नेलसनार – कोडोली – मिरतुर – गंगालुर मार्ग के कार्य को कुल 30 भागो में विभक्त किया गया था, जिसमें 17 भागों का कार्य सुरेश चंद्राकर को 30 नवंबर 2015 को दिया गया था. इसे 29 जुलाई 2016 तक पूरा करना था. इसकी अनुबंधानुसार लागत 5407.14 लाख रुपए थी, जिसकी पुनरीक्षित स्वीकृति राशि रुपए 14139.89 लाख है. सुरेश चंद्राकर ने 17 भागों में मिले कुल 32.40 किमी सड़क में से 12 भागों में 24.90 किमी सड़क का पूर्ण कर लिया था. इसके लिए 11617.97 लाख रुपए व्यय किया गया था. बाकी 5 भागों का कार्य वर्तमान में प्रगति पर है.
इसके अलावा बीजापुर के जैगुर रोड से तुमनार मार्ग 11.20 किमी लंबी सड़क के काम के लिए प्रशासकीय स्वीकृति 1376.39 लाख रुपए की थी. इसकी अनुबंधानुसार राशि 1306.36 लाख रुपए है. इसके लिए 2 दिसंबर 2022 को कार्यादेश दिया गया खा, जिसे अनुबंधानुसार 7 जनवरी 2024 तक पूरा करना था, जिसके लिए 166.85 लाख रुपए व्यय किया गया है. वर्तमान में यह कार्य प्रगति पर है.
इसके अलावा बीजापुर कुटरू से फरसेगढ़ तक 12.60 किमी लंबी सड़क के चौडीकरण एवं डामरीकरण कार्य के लिए प्रशासकीय स्वीकृति राशि 2021.25 लाख रुपए थी, जबकि अनुबंधानुसार राशि 1952.53 लाख रुपए है. कार्यादेश 12 मार्च 2024 को दिया गया था, जिसकी अनुबंधानुसार पूर्णता की संभावित तिथि 11 सितंबर 2025 है, जिसके विरूद्व 130.53 लाख रुपए व्यय किया गया है.
मुकेश चंद्राकर मर्डर केस
बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी 2025 की शाम से लापता थे. 3 जनवरी 2025 को बीजापुर के चट्टानपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में एक सेप्टिक टैंक के अंदर से उनका बरामद किया गया था. इस मामले में पुलिस अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, पूरे मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है.