2000 करोड़ के स्कैम में कवासी लखमा की गिरफ्तारी, DCM विजय शर्मा के सख्त तेवर, कहा- कोई भी बख्शा नहीं जाएगा
CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ के पूर्व आकबारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह गिरफ्तारी ED की टीम ने 2000 करोड़ के शराब घोटाला मामले में की है. इस गिरफ्तारी पर प्रदेश के डिप्टी CM विजय शर्मा का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि वह अपनी ही सरकार में ठग लिए गए हैं. कानून अपना काम करेगा. कोई भी बख्शा नहीं जाएगा.
विजय शर्मा का बयान आया सामने
कवासी लखमा की गिरफ्तारी को लेकर डिप्टी CM विजय शर्मा ने कहा कि लखमा ने आबकारी मंत्री रहते हुए FL-10 के नाम पर स्कैम किया. वह अपनी ही सरकार में ठग लिए गए इसीलिए उनके साथ तब जो लोग थे, वे आज नहीं हैं. कानून अपना काम करेगा, कोई भी बख्शा नहीं जाएगा.
उन्होंने कहा- ‘प्रकरण में स्पष्टता है और ED की रेड में प्रमाण मिले हैं. समाचार पत्रों में सभी जानकारी सामने आई है. ED इस पूरे मामले की जांच कर रही है और इसलिए गिरफ्तार किया है.’
कवासी लखमा गिरफ्तार
ED की समन मिलने पर बुधवार सुबह 11 बजे कवासी लखमा तीसरी बार पूछताछ के लिए ED दफ्तर पहुंचे.
- 11 बजे से लेकर 3 बजे तक कवासी लखमा से 4 घंटे तक लंबी पूछताछ हुई
- 3 बजे खबर आई कि कवासी लखमा को ED ने गिरफ्तार कर लिया है
- 4 बजे ED की टीम कड़ी सुरक्षा के बीच कवासी लखमा को लेकर दफ्तर से निकली
- शाम 4:30 बजे ED की टीम कवासी लखमा को जिला अस्पताल पंडरी लेकर पहुंची, जहां पर कवासी लखमा का मेडिकल कराया गया.
- शाम 5 बजे ED की टीम कवासी लखमा को लेकर रायपुर कोर्ट पहुंची
- 5:05 बजे कवासी लखमा ED की कोर्ट में पेश हुए
भूपेश बघेल ने सरकार पर साधा निशाना
पूर्व CM भूपेश बघेल ने कहा- ‘पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक कवासी लखमा जी की गिरफ्तारी बदले की भावना से की गई कार्रवाई है. केंद्र सरकार में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर ईडी कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने की साजिश रच रही है. पूरी कांग्रेस पार्टी कवासी लखमा जी के साथ खड़ी है.’
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला
छत्तीसगढ़ में करीब 2000 करोड़ रुपए काे शरब घोटाला मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा का नाम भी शामिल है. ED ने इस घोटालेम में पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को मास्टरमाइंड बताया.
आरोप हैं कि जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी तब प्रदेश में बड़ा शराब घोटाला हुआ. इस बात की जानकारी तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी थी. घोटाला के दौरान कमीशन का एक बड़ा हिस्सा पूर्व मंत्री कवासी लखमा के पास भी जाता था. अब तक इस मामले में कुल 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.