CG News: कुलदीप जुनेजा और पूर्व मंत्री भगत के खिलाफ बड़ा एक्शन, कांग्रेस की बैठक में लिया गया फैसला

CG News: कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आज कार्यकारिणी की बैठक हुई. जिसमें पार्टी के खिलाफ बयान देने वाले पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत पर एक्शन का फैसला लिया गया है.
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कुलदीप जुनेजा और अमरजीत भगत

CG News: कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आज कार्यकारिणी की बैठक हुई. जिसमें पार्टी के खिलाफ बयान देने वाले पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत पर एक्शन का फैसला लिया गया है. वहीं इस बैठक में दीपक बैज के घर हुई रेकी, पंचायत और निगम चुनाव में हुई हार की समीक्षा की गई.

कुलदीप जुनेजा और पूर्व मंत्री भगत पर कांग्रेस का एक्शन

कांग्रेस प्रदेश कार्य समिति की बैठक में संगठन के खिलाफ बयान बाजी करने वालों पर कार्यवाही की मांग उठी. जिसमें पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा के कार्यवाही होगी वहीं पूर्व मंत्री अमरजीत भगत पर भी पार्टी बड़े एक्शन की तैयारी में है. इसके लिए पीसीसी द्वरा AICC को जल्द ही अनुशंषा दी जाएगी. इनके आवाला बिलासपुर जिला अध्यक्ष विजय पांडेय और विजय केसरवानी को नोटिस दिया जाएगा.

जुनेजा ने बैज के इस्तीफे पर दिया था बयान

बता दें कि निगम चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने कांग्रेस संगठन में बदलाव पर पर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता दीपक बैज से खुश नहीं है, दीपक बैज को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. कांग्रेस संगठन में बदलाव बहुत जरूरी है. नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को नहीं हमारे मौजूदा संगठन को हार मिली. इसके बाद अब पार्टी ने उन पर कार्रवाई करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया था. कांग्रेस कमेटी ने उनसे 3 दिन के भीतर जवाब मांगा था.

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अमरजीत भगत ने अपनी ही पार्टी पर उठाए थे सवाल

वरिष्ठ आदिवासी नेता अमरजीत भगत ने कुछ दिनों पहले अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाते कहा था कि बस्तर और सरगुजा दोनों ट्राइबल क्षेत्र है और दोनों संभाग के आदिवासी नेताओं को बराबर नजरिए से देखना चाहिएउन्होंने कहा कि सरगुजा संभाग में 6 जिले आते है, बावजूद इसके सरगुजा के आदिवासी नेताओं को नज़र अंदाज़ किया जाता है.

साथ ही उन्होंने कहा कि सरगुजा के आदिवासी नेताओं को मौका नही दिया जाता है, उन्हें न तो किसी कमेटी में रखा जाता है, और न ही उनकी बात सुनी जाती है. यहां के नेताओं के साथ तालमेल रखने के बाद ही कांग्रेस को फायदा मिलेगा.

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