Chhattisgarh: विधानसभा में बहुमत से पारित हुआ कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक, विपक्ष में पड़े 27 वोट
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज मानसून सत्र का दूसरा दिन था, सदन की कार्यवाही प्रश्न काल से शुरू हुई. जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई, विधायकों ने एक के बाद एक मंत्रियों से सवाल पूछे. इसके बाद कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक पर चर्चा शुरू हुई, जो बहुमत से पारित हुआ.
कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक हुआ पारित
आज सदन में कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक पर चर्चा हुई, जो बहुमत से पारित हुआ. जिसमें विपक्ष ने मत विभाजन की माँग की. इसमें संशोधन विधेयक के
पक्ष में 47 वोट पड़े व विपक्ष में 27 वोट पड़े.
कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक पर हुई चर्चा
इस विधेयक की चर्चा में भूपेश बघेल ने कहा कि मंडी फीस के जगह कृषक कल्याण आपने कह दिया जियो जब शुरू हुआ तो फ्री में दिया था. पूरा मार्केट में सबसे ज्यादा कब्जा इनका है और अब सबसे महंगा यही है. हिमाचल में क्या हुआ. वही बड़े लोग रेट खोल रहे हैं. औने-पौने दाम में हिमाचल में सेव बेचने के लिए किसान मजबूर हैं. भाजपा विधायक अजय ने कहा कि ई मंडी है कुरूद में, 20 ई मंडी संचालित है. संशोधन इसलिए आया है, ताकि प्रदेश के मंडी के किसान भी राष्ट्रीय कृषि बाजार में व्यापार कर सकें. किसानों का कहीं से अहित नहीं है.
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भूपेश बघेल बोले- इतनी जल्दी क्या है, अगले सत्र ले आईएगा
वहीं भूपेश बघेल ने कहा कि इसमें जोड़ दीजिए कि समर्थन मूल्य से नीचे कोई नहीं खरीद सकेगा. छत्तीसगढ़ का पशुधन बाहर जायेगा. यहां से ट्रकों में भरकर पशु बाहर जा रहे हैं. बांग्लादेश के अलावा यूरोप जायेगा. बड़े व्यापारी और कॉरपोरेट हाउस पहले बेहतर दाम दे देंगे. बाद में यहां के किसानों की स्थिति बदतर हो जायेगी. अगले सत्र में ले आइएगा. जल्दबाजी क्या है?