क्या है साय कैबिनेट विस्तार के पीछे की वजह, क्यों 12 जनवरी ही चुनी गई तारीख! जानें इसका कारण
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर हर ओर मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं सुनाई दे रही हैं. माना जा रहा है कि 12 जनवरी 2025 को साय कैबिनेट में 2-3 नए मंत्री शपथ ले सकते हैं. प्रदेश में कई महीनों से लगातार कैबिनेट विस्तार की सुगबुगाहट चल रही थी, लेकिन इस बीच बुधवार को मंत्रिमंडल विस्तार की संभावित तारीख सामने आ गई. जानते हैं कि आखिर इस दिन ही क्यों कैबिनेट विस्तार हो सकता है.
12 जनवरी को ले सकते हैं नए मंत्री शपथ
माना जा रहा है कि 12 जनवरी को छत्तीसगढ़ में CM साय की कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. इस दिन प्रदेश को दो नए मंत्री मिल सकते हैं. वर्तमान में साय सरकार के मंत्रिमंडल में दो मंत्री पद खाली हैं. रायपुर दक्षिण उपचुनाव के बाद से ही इन दोनों पदों के लिए कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं हो रही हैं.
क्या है कैबिनेट विस्तार की वजह?
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से मंत्रिमंडल में एक मंत्री पद खाली था. इसके अलावा बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे दूसरा पद भी खाली हो गया था. दो मंत्रियों के खाली पद को भरने के लिए लंबे समय से मंत्रिमंडल में विस्तार होना है.
क्यों 12 तारीख को हो सकता है मंत्रिमंडल का विस्तार?
12 जनवरी 2025 को मंत्रिमंडल विस्तार होने के दो कारण हैं. पहला प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव और दूसरा BJP प्रदेश अध्यक्ष का बदलाव.
नगरीय निकाय चुनाव
प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के लिए आरक्षण प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. कभी भी प्रदेश में आचार संहिता लागू हो सकती है. आचार संहिता लागू होने से मंत्रिमंडल विस्तार एक बार फिर टल जाएगा और लंबा इंतजार करना पड़ेगा. ऐसे में संभावना है कि 12 जनवरी को साय कैबिनेट का विस्तार हो सकता है.
BJP प्रदेश अध्यक्ष का बदलाव
BJP प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव का नाम भी नए मंत्री की रेस में शामिल है. 15 जनवरी से पहले प्रदेश में BJP संगठन चुनाव होना है. माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ BJP प्रदेश अध्यक्ष का बदलाव हो सकता है.
नए मंत्री पद के लिए रेस में ये नाम आगे
मंत्रिमंडल विस्तार के लिए संभावित नाम भी सामने आ रहे हैं. नई मंत्रियों की रेस में तीन नाम सबसे आगे हैं, जिनमें BJP प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव और बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल का नाम सबसे आगे है.
- BJP प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव-बस्तर संभाग से आने वाले किरण सिंह देव का नाम इस रेस में आगे है.
- बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल- अमर अग्रवाल भी रमन सरकार के तीनों कार्यकाल में मंत्री रहे हैं. वह बिलासपुर संभाग के बड़े नेता माने जाते हैं.
- दुर्ग शहर से विधायक गजेंद्र यादव– वह OBC वर्ग से आते हैं.
क्या हरियाणा फॉर्मूला होगा लागू?
छत्तीसगढ़ में हरियाणा फॉर्मूला लागू होने की बात भी कई दिनों से चर्चाओं में है. हरियाणा में भी छत्तीसगढ़ की तरह कुल 90 विधानसभा सीट हैं. हाल ही में हरियाणा में विधानसभा चुनाव हुए. नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ 13 मंत्रियों ने शपथ ली. यानी मंत्रिमंडल में CM नायब सिंह सैनी समेत कुल 14 मंत्री हो गए. छत्तीसगढ़ में भी 90 विधानसभा सीट है. वर्तमान में मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित 11 मंत्री हैं.
छत्तीसगढ़ और हरियाणा में 90-90 सीटों की विधानसभा है. दोनों राज्यों में मंत्रिमंडल के सदस्यों की संख्या 12+1 का फॉर्मूला है, लेकिन 2024 में हरियाणा की नायाब सिंह सैनी सरकार में 13+1 का फॉर्मूला से मुख्यमंत्री के साथ 13 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है. इसलिए छत्तीसगढ़ में भी 13 मंत्री और 1 मुख्यमंत्री वाला फॉर्मूला लागू किया जा सकता है.