Chhattisgarh News: दुर्ग जिले से सटे बोडेगांव में डायरिया का प्रकोप देखने को मिल रहा है, जहां लगभग 40 मरीज उल्टी और दस्त के शिकार हो चुके हैं, तो वहीं 39 लोगों का घर पर ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा इलाज किया जा रहा है और एक गंभीर मरीज को शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. बोडेगांव में महज 24 घंटे में ही अचानक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में से उल्टी और दस्त की शिकायत के लगभग 40 मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया.
अचानक बढ़े उल्टी दस्त के मरीज, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों द्वारा तत्काल जिला प्रशासन को सूचना दी गई. जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और मुआयना किया गया और तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम एक्टिव हो गई. स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा इलाके में तमाम तरह की दवाइयां वितरित की गई, तो वही पेयजल का सैंपल लेकर लेकर लैब को भेजा गया है. गांव में पेयजल की पाइपलाइन नाली के अंदर से बिछी है. जिसके कारण नाली की गंदगी पेयजल की पाइपलाइन से लीकेज के जरिए पीने के पानी में मिश्रित हो रही है. जिसके कारण कुछ लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत हो गई इसके बाद तत्काल गांव में पाइप लाइन के जरिए पानी सप्लाई होने वाली पाइपलाइन को तत्काल बंद कर दिया गया है. तो वहीं पेय जल की वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए टैंकर और अन्य साधनों से गांव में पानी पहुंचाया जा रहा है फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्थिति पर नियंत्रण पा लिया है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर रहे गांवों का निरीक्षण
सरपंच बोडेगांव प्रतिभा देवांगन ने बताया कि बोड़ेगांव के वार्ड 11 सतनामी मोहल्ला में डायरिया फैला हुआ है. डायरिया की जानकारी लगते ही स्वास्थ्य विभाग का अमला गांव में पहुंचकर डोर डू डोर सर्वे करने लगा. सर्वे के दौरान कुछ लोगों को डायरिया की शिकायत मिली है, स्वास्थ्य विभाग ने पीड़ितों के घरों में दवाई और ओआरएस पैकेट दिया है. जिसमे कई लोग स्वस्थ हो गए है, साथ ही लोगो को पानी उबालकर पीने की सलाह दे रहे है और गांव में मुनादी कराई गई है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गांव के निरीक्षण के लिए भी लगातार पहुंच रहे है.
जांच के लिए भेजा गया गांव का पानी
गांव में सप्लाई होने वाले पानी का सैंपल जांच के लिए भी भेज गया है. गांव के कई घरों में नाली से पानी का पाइप लाइन से गुजरा है और और स्थानों पर पाइप लाइन लीकेज भी है उसे पंचायत के द्वारा सुधार कार्य किया है. बोड़ेगांव के डायरिया पीड़िता ने बताया कि गांव में गंदगी फैला हुआ है. डायरिया फैलाने के बाद गांव में साफ सफाई किया जा रहा है. गंदा पानी पीने की वजह से डायरिया फैलाने की संभावना जताई जा रही है गांव के सरपंच को गांव की साफ सफाई और पेयजल पर ध्यान देना चाहिए.
सीएमएचओ जेपी मेश्राम ने दी मामले की जानकारी
इधर जिले के सीएमएचओ जेपी मेश्राम का कहना है कि जैसे ही उन्हें गाँव के लोगों को उल्टी – दस्त होने की जानकारी मिली तत्काल एक टीम बनाकर गाँव मे भेजा गया और लोगो की जाँच की गई. जाँच में 40 लोगो डायरियां से संक्रमित पाए गए हालाँकि 39 मरीज ऐसे पाए गए जिन्हें ज्यादा परेशानी नही थी इसलिए इन मरीजों को दवाइयां देकर घर मे रहने की सलाह दी गयी है वही एक मरीज की हालत ज्यादा खराब होने की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.