Chhattisgarh DMF Scam: 22 अक्टूबर तक रिमांड पर भेजी गई रानू साहू, रोजाना 7 घंटे होगी पूछताछ
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ DMF घोटाला मामले में कोर्ट ने निलंबित IAS रानू साहू को 22 अक्टूबर तक ED की रिमांड पर भेज दिया है. इस दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक यानी 7 घंटे तक जेल में रानू साहू से पूछताछ करेगी. इसके अलावा कोर्ट ने माया वारियर को भी रिमांड पर भेजा है.
रोजाना 7 घंटे होगी पूछताछ
DMF घोटाला मामले में जेल में बंद निलंबित IAS रानू साहू से 22 अक्टूबर तक रोजाना 7 घंटे पूछताछ होगी. कोर्ट ने सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक पूछताछ करने का समय दिया है. साथ ही कोर्ट ने स्वजनों को एक दिन छोड़कर मिलने देने का आदेश भी दिया है. साथ ही माया वॉरियर को भी 22 अक्टूबर तक रिमांड पर भेजा है.
ED, Raipur has arrested Mrs. Maya Varier and Mrs. Ranu Sahu, IAS on 15.10.2024 & 17.10.2024 respectively. Both are prime accused in the District Mineral Fund (DMF) Scam of Chhattisgarh. They were produced before the Hon’ble Special Court (PMLA), Raipur on 16.10.2024 & 17.10.2024…
— ED (@dir_ed) October 17, 2024
जुलाई 2023 को हुई थी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ कोल स्कैम केस में ED ने 22 जुलाई 2023 को रानू साहू को गिरफ्तार किया था. रानू साहू जून 2021 से जून 2022 तक कोरबा में कलेक्टर थीं. इसके बाद फरवरी 2023 तक वह रायगढ़ की भी कलेक्टर रहीं. इस दौरान माया वारियर भी कोरबा में पदस्थ थीं. रानू साहू से करीबी संबंध होने के कारण कोयला घोटाले को लेकर माया वारियर के दफ्तर और घर में भी ED ने छापा मारा था. इसके बाद 16 अक्टूबर को माया को हिरासत में लिया गया था.
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जानें क्या है DMF घोटाला?
डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड कोरबा की बड़ी राशि आदिवासी विकास विभाग को प्रदान की गई थी, जिसमें घोटाले का आरोप है. जानकारी के मुताबिक डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड कोरबा के फंड से अलग-अलग टेंडर आवंटन में बड़े पैमाने पर आर्थिक अनियमितताएं की गईं. इसका प्रमाण मिलने के बाद ED ने रानू साहू और फिर माया वारियर को भी गिरफ्तार कर लिया.
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जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि टेंडर की करीब 40% राशि कमीशन के रूप में सरकारी अफसरों को दी गई.