Chhattisgarh: बिलासपुर में 10 करोड़ रुपए की लागत से बना हाईटेक बस स्टैंड बदहाल, यात्रियों के बैठने की भी सुविधा नहीं

Chhattisgarh News: बिलासपुर में 10 करोड़ रुपए की लागत से बना हाईटेक बस स्टैंड बर्बाद हो चुका है. इतनी लागत के बावजूद यहां ना तो यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है, और नहीं भीषण गर्मी में ठंडा पानी की. सबसे बड़ी समस्या यहां पहुंचने वाले यात्री गंदगी को लेकर झेल रहे हैं.
Chhattisgarh News

बिलासपुर बस स्टैन्ड

Chhattisgarh News: बिलासपुर में 10 करोड़ रुपए की लागत से बना हाईटेक बस स्टैंड बर्बाद हो चुका है. इतनी लागत के बावजूद यहां ना तो यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है, और नहीं भीषण गर्मी में ठंडा पानी की. सबसे बड़ी समस्या यहां पहुंचने वाले यात्री गंदगी को लेकर झेल रहे हैं. इसके अलावा प्रशासन की तरफ से यहां 10 करोड़ रुपए लगाकर तैयार यात्रियों के लिए रेस्टोरेंट, टिकट घर और सुविधाओं के लिए बने तमाम दुकानों पर अवैध कब्जे हैं. कहीं कोई एजेंट अपना बस का टायर यहां रख रहा है तो कहीं दुकान बनाकर कपड़े फल और दूसरे सामान बेच जा रहे हैं. कुल मिलाकर हाईटेक नाम का रह गया है, और सिर्फ बस अड्डे के तौर पर इसका इस्तेमाल हो रहा है. जहां यात्रियों को यहां पहुंचकर लंबा सफर करना मजबूरी बन गई है. एक तरफ ट्रेन लगातार रद्द हो रही है तो दूसरी तरफ बसों का सफर भी मुश्किल भरा साबित हो रहा है.

लोग कह रहे हमारी सुविधाओं पर कब्जा

बिलासपुर के हाईटेक बस स्टैंड पर पहुंचने वाले यात्री कहते हैं, कि उनकी सुविधाओं पर कब्जा हो गया है. कोई बस का एजेंट यहां फल दुकान चल रहा है, तो कोई बस का एजेंट आधे से ज्यादा बस स्टैंड पर कब्जा कर चुका है. सबसे बड़ी दिक्कत तुम्हें रात में होती है. जब यहां उनके बैठने तक का इंतजाम नहीं होता और कुर्सियों की व्यवस्था नहीं होती. यही कारण है कि उन्हें जमीन पर बैठकर बस का इंतजार करना मजबूरी बन गई है.

ये भी पढ़ें- NIA की संदिग्ध माओवादियों से संबंधित ठिकानों पर छापेमारी, पूर्व सरपंच समेत 6 को हिरासत में लिया

प्रशासन 10 पत्र लिख चुका है, लेकिन नहीं हट रहे कब्जे

बिलासपुर का प्रशासन यहां अवैध कब्जा को लेकर उन दुकानदारों को नोटिस दे चुका है, जिन्होंने जबरिया दुकानों पर हक जमाया है. इसके बावजूद कोई दुकान छोड़ने को तैयार नहीं है, और लगातार यहां अव्यवस्था बढ़ती जा रही है. जिन जगहों पर नगर निगम ने यहां की देख-रेख के लिए खुद का दफ्तर बनाया है. वहां भी ताला लगा हुआ है. यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भी कोई इंतजाम नहीं है. लोग यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें यह सुविधा भी उपलब्ध नहीं हो रही है हर तरफ परेशान होना मुसाफिर की लाचारी है.

ज़रूर पढ़ें