Chhattisgarh News: सरकार से वार्ता को लेकर नक्सलियों ने जारी किया पत्र, गृहमंत्री विजय शर्मा बोले – हम वार्ता के लिए तैयार

Chhattisgarh News: इसके पहले भी नक्सली नेता ने पत्र जारी करके कहा था कि मुठभेड़ों व क्रॉस फायरिंग के नाम झुठी मुठभेड़ों में आदिवासियों की हत्याएं बंद हो. तमाम सशस्त्र बलों को 6 माह के लिए बैरकों थाना व कैपों तक सीमित किया जाए.
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डिप्टी सीएम विजय शर्मा

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में सरकार से वार्ता को लेकर नक्सलियों ने एक बार फिर पत्र जारी किया है. नक्सलियों ने अपने पत्र में लिखा कि डिप्टी सीएम विजय शर्मा वार्ता पर हमारे बयान का सीधा जवाब नहीं दे रहे है.

दरअसल नक्सलियों ने अपने पत्र में लिखा कि वार्ता के लिए अनुकूल वातावरण निर्मित होने की स्थिति में हम वार्ता के लिए आगे आएंगे. 6 महीने तक सशस्त्र बलों को कैम्पों तक सीमित कर नए कैम्प स्थापित ना किया जाए. फर्जी मुठभेड़ें बंद होना चाहिए. बता दें कि नक्सलियों कि दण्डकारण्य स्पेशल ज़ोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने प्रेस नोट जारी किया है.

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नक्सलियों के लिखे पत्र पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने दी प्रतिक्रिया

प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा लगातार बयान जारी कर वार्ता के लिए तैयार होने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उसमें जो कुछ लिखा है वह बताना चाहता हूं. अभी प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी ₹3100 में हो रही है, जिसे लेकर नक्सलियों ने लिखा है कि किसानों के लिए लागत मूल्य से डबल में खरीदी होना चाहिए. उन्होंने कहा कि बहुत बड़ी संख्या के लिए काम हो रहा है. कृषि की सब्सिडी है, ब्याज से भी मुक्ति है. बहुत सारी चीजों की खरीदी हो रही है.

इस पत्र में विशेष बात यह लिखी है कि विकास के कार्यों को अवरोध नहीं कर रहे. गांव में बिजली और सड़क जा रहा है तो उसमें कॉर्पोरेट कहां आ रहा है. ऐसा उसमें लिखा हुआ है. ऐसे ही पत्र का जवाब देना उचित नहीं होगा. नीतिगत जो चीज हैं उस पर टीम के साथ और मुख्यमंत्री से भी एक बार मार्गदर्शन प्राप्त करके आपके सामने चर्चा करूंगा.

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नक्सलियों द्वारा जारी पत्र

इसके पहले भी नक्सलियों ने जारी किया था पत्र

बता दें कि इसके पहले भी नक्सली नेता ने पत्र जारी करके कहा था कि मुठभेड़ों व क्रॉस फायरिंग के नाम झुठी मुठभेड़ों में आदिवासियों की हत्याएं बंद हो. तमाम सशस्त्र बलों को 6 माह के लिए बैरकों थाना व कैपों तक सीमित किया जाए. नए कैंप स्थापित करना बंद किया जाए व राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाए. इतना ही नहीं नक्सली नेता ने कहा था कि अगर वार्ता के लिए सरकार तैयार है तो इन बातों पर अमल करें. इसके बाद हम सीधी या मोबाइल वर्चुअल वार्ता के लिए आगे आएंगे.

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