Chhattisgarh: उत्तरी छत्तीसगढ़ से बांग्लादेश तक गाय-बैलों की तस्करी, तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस ने निकाली ये तरकीब

Chhattisgarh News: सरगुजा संभाग के बलरामपुर, जशपुर जिले से सबसे अधिक गाय बैलों की तस्करी की जा रही है. तस्करी के लिए तस्कर पिकअप वाहनों का सबसे अधिक उपयोग कर रहें हैं, तो बलरामपुर जिले से तस्कर जंगल के रास्तो से पैदल ही मवेशियों को हर रोज बड़ी संख्या में लेकर झारखण्ड जा रहें हैं.
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तस्करों की पिकअप

Chhattisgarh News: सरगुजा संभाग के बलरामपुर, जशपुर जिले से सबसे अधिक गाय बैलों की तस्करी की जा रही है. तस्करी के लिए तस्कर पिकअप वाहनों का सबसे अधिक उपयोग कर रहें हैं, तो बलरामपुर जिले से तस्कर जंगल के रास्तो से पैदल ही मवेशियों को हर रोज बड़ी संख्या में लेकर झारखण्ड जा रहें हैं. वहीं जशपुर पुलिस अब तस्करो के वाहनों के आने की सूचना मिलती है, तो सड़क में किल बिछा दे रही है, और इसके बाद वाहन पंचर हो जा रहें हैं. इससे मवेशियों को तो तस्करों के चंगुल से छुड़ा लिया जा रहा है, लेकिन तस्कर भाग जा रहें हैं.

तस्करों के खिलाफ हो रही कार्रवाई

जशपुर पुलिस की माने तो तस्करों के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही है. एक माह में अलग अलग कार्यवाही में 100 से अधिक मवेशियों को तस्करों से छुड़ाकर आम लोगों में बांट दिया गया है. मवेशी तस्कर रायगढ़ स्थित मवेशी बाजार में किसानों के नाम पर स्थानीय तस्करों से खरीदते हैं, और खरीदने वाले में ही किसानों का नाम बताते हैं लेकिन इसके बाद उन्हें वाहनों में लोडकर झारखण्ड, पश्चिम बंगाल सहित यूपी आदि राज्यों में संचालित बुचड़खाना में ले जाकर बेच रहें हैं. जबकि छत्तीसगढ़ में गौ तस्करी के खिलाफ क़ानून है लेकिन देशी नस्ल के गाय बैलों को किसान नहीं पालना चाहते हैं क्योंकि उनसे किसानों को फायदा नहीं है और इसकी वजह से बेहद कम कीमत में किसान उन्हें तस्करो को बेच दे रहें हैं.

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सरगुजा संभाग में बढ़ती जा रही गौ तस्करी

सरगुजा संभाग में गौ तस्करी बढ़ता जा रहा है, इसकी सबसे बड़ी वजह किसान देशी गाय-बैलों को नहीं पालना चाह रहें हैं, और अब गावों में चारागाह और गोचर मद की जमीन पर लोगों ने कब्जा कर लिया है. गांवों में मवेशी चराने की जगह नहीं है, तो खेती में बैलों की जगह को ट्रेक्टर ने ले लिया है. यही वजह है कि दो दशक पहले तक गावों में मवेशियों की अधिक संख्या के कारण सुबह शाम गलियों में सिर्फ मवेशी दिखते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है.

सड़कों पर कील बिछाकर तस्करों को पकड़ रही पुलिस

जशपुर जिले की लोदाम पुलिस को मवेशियों से भरी एक पिकअप वाहन पकड़ने में सफ़लता हासिल हुई है. दरअसल पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मवेशियों से भरी एक पिकअप वाहन बड़ी तेजी से छत्तीसगढ़ के जशपुर से झारखण्ड की तरफ जा रही थी जिसे रोकने के लिए पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में सड़क पर किल बिछाकर पहले पिकअप वाहन को पंचर किया जिसके बाद घेराबंदी करते हुए पिकअप वाहन को दौड़ाकर पकड़ा, हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही मवेशी तस्कर पिकअप वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गए थे. फिलहाल पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ छत्तीसगढ़ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है. एसपी शशि मोहन सिंह के पोस्टिंग के बाद से ही मवेशी तस्करो पर लगातार कार्यवाही हो रही है. पिछले 7 दिनों में पुलिस को तीसरी बार सफलता हाथ लगी है और वहीं जिले के एसपी शशिमोहन सिंह ने मवेशी तस्करों के खिलाफ लगातार कार्यवाही करने की बात कही है.

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