Chhattisgarh News: कोयला चोरी में माफियाओं के साथ पूरा गांव शामिल, वीडियो हुआ वायरल तो प्रबंधन ने दिखाई सख्ती
Chhattisgarh News: सरगुजा जिले के अमेरा में संचालित SECL के कोल माइंस में माफियाओं के लिए पूरा गांव कोयला चोरी करने का काम कर रहा है. इसका वीडियो वायरल होने पर माइंस के अफसर सतर्क हुए तो कोयला चोरी करने वालों ने माइंस के एक अफसर पर हमला कर दिया. इससे अफसर गंभीर रूप से घायल हो गया.
गांव वाले कर रहे कोयला चोरी
दरअसल सरगुजा जिले के लखनपुर ब्लॉक में संचालित एसईसीएल की अमेरा खुली खदान में पुलिस की कोयला चोरों से कथित साठगांठ अब भयानक रूप लेती दिख रही है. खदान से दिन रात हो रही कोयला चोरी को रोकने प्रबंधन के तमाम प्रयास नाकाफी साबित हो रहे है. कथित पुलिसिया साठगांठ से कोयला चोरों के हौसले इस कदर बुलंद है कि अब वे कोयला चोरी रोकने वालो को घेरकर पिट रहे हैं. इससे खदान के अधिकारी कर्मचारियों में दहशत का माहौल है. गुरुवार दोपहर चालीस पचास की संख्या में कोयला चोर खदान के स्टॉक और रोड सेल में लगी गाड़ियों के ऊपर चढ़ कर कोयला चोरी कर रहे थे, तभी खदान के नोडल ऑफिसर डिस्पैच भगवान तिवारी ने कोयला चोरों को रोकने का प्रयास किया तो लाठी डंडे से लैस चोरों ने कोयला से ही पथराव शुरू कर दिया. हादसे में उन्हें सिर में चोट आई और अस्पताल में उनके सिर पर 13 टांके लगे हैं.
दहशत में खदान के कर्मचारी
संगठित कोयला चोरों ने अमेरा खदान में खनन अधिकारी के साथ हुई मारपीट की है, इस घटना को अधिकारियों ने दुर्भाग्य जनक बताया है. कोल माइंस ऑफिसर एसोसिएशन के क्षेत्रीय सचिव अमरेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि अमेरा खदान में स्थिति भयावह है. चोर अब खदान के अधिकारी कर्मचारी से उलझ रहे है. खदान में दिन दहाड़े कोयला चोर खदान में घुस कर कोयला ले जा रहे है और मना करने पर अधिकारी कर्मचारी पर हमला कर दे रहे है. उन्होंने आगे कहा सुरक्षा के बिना अधिकारी कर्मचारी खदान में काम कैसे करेगें. उनका प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर एसपी से मुलाकात कर उन्हें विस्तृत जानकारी देकर खदान से कोयला चोरी पर प्रभावी नियंत्रण और अधिकारी कर्मचारियों के सुरक्षा की मांग करेगा.
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पुलिस कोयला चोरी रोकने में नाकाम
बता दें कि माइंस में हर रोज 300-400 लोग खदान में घुस कर कोयला चोरी कर रहे हैं. अमेरा खदान अधिग्रहित भूमि का आधिपत्य नहीं मिलने से पिछले लगभग छह वर्ष से अधिक समय से बंद था, क्षेत्रीय प्रबंधन के प्रयास से एक जनवरी से खदान से कोयला उत्पादन शुरू हुआ है, इसके बाद से आसपास के ग्रामीण रोजाना सुबह शाम खदान में तीन से चार सौ की संख्या में महिला पुरुष बच्चे दिन रात कोयला चोरी में जुटे हुए है. यहां तस्कर खदान के बाहर कांटा बाट लगा किलो के भाव में ग्रामीणों से कोयला खरीद स्थानीय और जिले के विभिन्न ईंट भट्ठे में चोरी का कोयला खपा रहे हैं. एसईसीएल प्रबंधन ने लखनपुर पुलिस को खदान क्षेत्र की पेट्रोलिंग के लिए पुलिस को चार पहिया गाड़ी दिया है. साथ ही कंपनी हर महीने गाड़ी के डीजल का खर्च भी उठा रही है लेकिन इसके बाद भी पुलिस कोयला चोरी नहीं रोक पा रही है.