Lok Sabha Election: छत्तीसगढ़ की इस सीट पर कभी था कांग्रेस का दबदबा, अब लगातार 7 बार चुनाव जीत चुकी है BJP

Lok Sabha Election 2024: रायपुर लोकसभा सीट के चुनावी इतिहास पर गौर करें तो वर्ष 1951 से अब तक 17 बार हुए चुनाव में आठ बार मतदाताओं ने कांग्रेस को चुना.
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रायपुर लोकसभा

Lok Sabha Election 2024: छत्तीसगढ़ में रायपुर लोकसभा सीट का इतिहास बेहद रोमांचक है. कभी कांग्रेस का गढ़ रहे रायपुर में बीजेपी के रमेश बैस ने लगातार 7 बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है. वहीं मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद इस विधानसभा सीट में हमेशा से बीजेपी का दबदबा रहा. वर्तमान में रायपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी से सांसद सुनील सोनी हैं.

दरअसल, आजादी के बाद के शुरुआती दशक के चुनावों में कांग्रेस के सामने बड़े राजनीतिक दलों को हार झेलनी पड़ी थी. रायपुर लोकसभा सीट के चुनावी इतिहास पर गौर करें तो वर्ष 1951 से अब तक 17 बार हुए चुनाव में आठ बार मतदाताओं ने कांग्रेस को चुना. कांग्रेस की लगातार जीत का मिथक 1977 में पुरुषोत्तम कौशिक ने तोड़ा. इसके बाद फिर यह सीट कांग्रेस के कब्जे में चली गई.

वर्ष 1989 में रमेश बैस ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे केयूर भूषण को हराया. फिर 1991 में कांग्रेस के विद्याचरण शुक्ल लोकसभा सदस्य बने. 1996 में विद्याचरण के बड़े भाई श्यामाचरण शुक्ल को फिर रमेश बैस ने हराया. इसके बाद से रायपुर सीट भाजपा का गढ़ बन गया. भाजपा से रमेश बैस ने वर्ष 1996, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 तक लगातार लोकसभा चुनाव जीत हासिल की.

चुनावी वर्ष और लोकसभा सदस्य

वर्ष 1952 : बिलासपुर-दुर्ग-रायपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस से दो लोकसभा सदस्य भूपेन्द्र नाथ मिश्रा और मिनी माता अगम दास गुरु चुनी गईं

वर्ष 1957: कांग्रेस मे बीरेंद्र बहादुर सिंह और रानी केशर कुमारी देवी चुनी गईं.

वर्ष 1962: रायपुर लोकसभा सीट पर रानी केशर कुमारी देवी लोकसभा सदस्य चुनी गईं

वर्ष 1967: कांग्रेस पार्टी के लखन लाल गुप्ता लोकसभा सदस्य चुने गए

वर्ष 1971: कांग्रेस पार्टी से विद्याचरण शुक्ल लोकसभा सदस्य चुने गए

वर्ष 1977: जनता पार्टी से पुरुषोत्तम कौशिक लोकसभा सदस्य चुने गए

वर्ष 1980: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी केयूर भूषण कांग्रेस से लोकसभा सदस्य चुने गए

वर्ष 1984: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी केयूर भूषण कांग्रेस से दोबारा लोकसभा सदस्य चुने गए

वर्ष 1989: भाजपा से पहली बार रमेश बैस लोकसभा सदस्य बने

वर्ष 1991: कांग्रेस से विद्याचरण शुक्ल दूसरी बार लोकसभा सदस्य बने

वर्ष 1996: भाजपा से दूसरी बार रमेश बैस लोकसभा सदस्य बने

वर्ष 1998: भाजपा से तीसरी बार रमेश बैस लोकसभा सदस्य बने

वर्ष 1999: भाजपा से चौथी बार रमेश बैस लोकसभा सदस्य बने

वर्ष 2004: भाजपा से पांचवी बार रमेश बैस लोकसभा सदस्य बने

वर्ष 2009: भाजपा से छठवीं बार रमेश बैस लोकसभा सदस्य बने

वर्ष 2014: भाजपा से सातवीं बार रमेश बैस लोकसभा सदस्य बने

वर्ष 2019: भाजपा से पहली बार सुनील कुमार सोनी लोकसभा सदस्य बने

लोकसभा सीट में आने वाली विधानसभा क्षेत्र

रायपुर लोकसभा सीट के तहत नौ विधानसभा क्षेत्र आते हैं.  इनमें बलौदाबाजार, भाटापारा, धरसींवा, रायपुर पश्चिम, रायपुर उत्तर, रायपुर दक्षिण, रायपुर ग्रामीण, अभनपुर और आरंग विधानसभा क्षेत्र शामिल है. रायपुर लोकसभा सीट में शहरी और ग्रामीण वोटरों का मिश्रण दिखता है. रायपुर लोकसभा सीट OBC बाहुल्य सीट है.

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विधनसभावार अगर देखें तो भाटापारा क्षेत्र में कबीर पंथी समाज का प्रभाव रहता है. बलौदाबाजार कुर्मी समाज का गढ़ है. धरसींवा में ओबीसी वोटर्स का दबदबा है. वहीं अभनपुर में साहू मतदाता की संख्या ज्यादा है. यहां करीब 50 फीसदी साहू वोटर हैं. आरंग विधानसभा सीट पर अनुसूचित जाति का दबदबा है. वहीं रायपुर उत्तर, पश्चिम और दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में सभी वर्ग के मतदाता शामिल हैं.

2019 लोकसभा चुनाव का परिणाम

बात दें कि रायपुर लोकसभा सीट में वर्तमान में भाजपा से सुनील सोनी सांसद है. उन्होंने लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद दुबे को 3 लाख 48 हजार 238 वोटों से हराया. चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार सुनील सोनी को 8 लाख 37 हजार 902 वोट मिले थे.  जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार रहे प्रमोद दुबे को 4 लाख 89 हजार 664 वोट मिले थे.

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