Sarangarh: पूर्व विधायक किस्मतलाल के बेटे की गाड़ी से पकड़ाया 151 किलो गांजा, पिता को मिल चुका है राष्ट्रपति पदक

Sarangarh: सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले की पुलिस गांजे पर लगातार कार्रवाई कर रही है, इसी बीच पूर्व विधायक किस्मतलाल नंद के बेटे अंकित नंद की गाड़ी से 151 किलो गांजा जब्त किया गया है.
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पूर्व विधायक किस्मत लाल नंद

Sarangarh: सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले की पुलिस गांजे पर लगातार कार्रवाई कर रही है, इसी बीच पूर्व विधायक किस्मतलाल नंद के बेटे अंकित नंद की गाड़ी से 151 किलो गांजा जब्त किया गया है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने गाड़ी और गांजे को जब्त कर लिया जबकि ड्राइवर मौके से फरार हो गया है. पुलिस को गुप्त जानकारी मिली थी कि ओडिशा से गांजा लेकर एक गाड़ी छत्तीसगढ़ आ रही है.

दरअसल मामला 21 दिसंबर की रात का हैं, जहां डोगरीपाली को मुखबिर से सूचना मिलती है कि एक सफ़ेद रंग की इनोवा कार गांजा लेकर आ रही हैं, जिसको घेरा बंदी किया गया लेकिन आरोपी जो गाड़ी सीधा चढ़ा देने की कोशिश की पुलिस गाड़ी का पीछा करता रहा और झाल की जंगल मे आरोपी ने गाड़ी छोड़कर भाग निकला गाड़ी की तलाशी लेने पर पिले रंग की 150 पैकेट जिसमे लगभग 151 किलो गांजा भरा हुआ था. जिसकी कुल कीमत लगभग 30 लाख की आसपास बताई जा रही वही कार की बात करें तो महासमुंद पासिंग है, बताया जा रहा की गाडी सराईपाली कांग्रेस के पूर्व विधायक किस्मत लाल नंद की है, जिसको अपने बेटे अंकित के नाम से लिया गया है, आधी रात अंधेरा होने से आरोपी मौके से फरार हो गया. जिसका खोज बिन जारी है.

किस्मतलाल नंद को मिल चुका है राष्ट्रपति पदक

बता दें कि किस्मतलाल नंद का जन्म महासमुंद जिले के संतपाली गांव में हुआ. 1990 में सब इंस्पेक्टर के पद पर चयनित हुए. नक्सल क्षेत्र में अपनी सेवाएं दी. 2006 में नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में उनके साहस को देखकर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया. 2018 में वह डीएसपी बन गए. हालांकि 2018 का विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी. कांग्रेस के टिकट पर सरायपाली विधानसभा सीट से उम्मीदवार बने और विधायक चुने गए. 2023 में कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया जिस कारण वह जोगी कांग्रेस में शामिल हो गए. पुलिस में नौकरी के दौरान उन्हें वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक भी मिल चुका है.

पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहे सवाल

सवाल यह उठता है कि मामला 21 तारिख की लगभग 1 से 2 बजे रात का बताया जा रहा हैँ लेकिन मीडिया मे जानकारी पुलिस ने 15 से 12 घण्टे बाद दी आखिर इतने लम्बे समय तक पुलिस ने मीडिया से ये बात क्यों छुपाई गई ?, सवाल यह भी उठता हैं कि रात को गाड़ी पकड़ी गई. उसका कोई फोटो भी मीडिया को नहीं दिया गया? जिस तस्वीर को साझा किया गया ओ अगले सुबह की बताई जा रही, सवाल यह भी उठता की कार्यवाही तो की गई लेकिन गाड़ी कांग्रेस के बड़े नेता की होने की वजह से मामला दबाने की कोशिश तो नहीं की गई?

आरोपी हुए फरार

इस मामले मे जब एडिसनल एसपी निमिषा पाण्डेय से जानकारी ली गई तो बताया कि मामला 21 तारीख के रात को मुखबिर से सूचना मिली कि गाँजा का परिवहन होगा तो हमने झाल के जंगलो मे घेरा बन्दी शुरू कर दी और गाड़ी के साथ आगे पीछे भी हुआ और गाड़ी पकड़ी गई जिसमें 151 किलो गाँजा मिला और आरोपी रात का फायदा उठाकर फरार हो गया बताया गया.

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