Mahasamund Lok Sabha Seat: महासमुंद में कल मतदान, 2147 मतदान केंद्रों में होगा मतदान, कांग्रेस की गढ़ रही सीट पर बीजेपी का है कब्जा

Mahasamund Lok Sabha Seat: महासमुंद में महिला थाना, सिंचाई, रोजगार का एक बड़ा मुद्दा है. महासमुंद में सिंचाई की व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा क्षेत्र में महिला थाना ना होने से महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

उत्तराखंड में कांग्रेस को लग सकता है बड़ा झटका

Mahasamund Lok Sabha Seat: छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण में होने वाले चुनाव के लिए प्रचार-प्रसार थम गया है. तीन लोकसभा सीटों में से एक महासमुंद लोकसभा सीट भी है जो इस समय हाई प्रोफाइल सीटों में गिनी जा रही है. वजह है कि इस सीट का चुनावी इतिहास काफी दिलचस्प रहा है.

महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में तीन जिले शामिल है जिसमें धमतरी, गरियाबंद और महासमुंद है, महासमुंद लोकसभा के आठ विधानसभा क्षेत्र में से चार विधानसभा क्षेत्र में सरायपाली, खल्लारी, धमतरी और बिंद्रानवागढ़ पर कांग्रेस का कब्जा है. वहीं चार विधानसभा क्षेत्र में महासमुंद, बसना, राजिम, कुरूद पर बीजेपी का कब्जा है. इस लोकसभा सीट में मतदाताओं की संख्या 17 लाख 62 हजार 477 है. महासमुंद में महिला मतदाताओं की संख्या पुलिस मतदाता की तुलना में ज्यादा है महिला मतदाताओं की संख्या 8 लाख 95 हजार है वही पुरूष मतदाता 8 लाख 66 हजार है.

महासमुंद में मतदान की तैयारी पूरी

महासमुंद लोकसभा सीट में दूसरे चरण का मतदान शुक्रवार को है जिसके लिए निर्वाचन आयोग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. इस बार महासमुंद में 2147 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं जिसमें 44 संवदेनशील केंद्र है. बिंद्रानवागढ़ के 9 मतदान केंद्रों को छोड़कर बाकी सभी मतदान केंद्रों में सुबह 7:00 से शाम 6:00 बजे तक मतदान होगा. इन 9 मतदान केंद्रों में दोपहर 3:00 बजे मतदान संपन्न कर दिया जाएगा. 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट में 74% मतदान हुआ था. छत्तीसगढ़ में होने वाले दूसरा चरण के मतदान के लिए कुल 26 हज़ार 268 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है. सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए 222 सुरक्षा कर्मियों की भी तैनाती रहेगी..

कांग्रेस के गढ़ में भाजपा का कब्ज़ा

महासमुंद लोकसभा सीट कभी कांग्रेसियों का गढ़ कहा जाता था. लेकिन पिछले तीन बार से भाजपा ने इस पर कब्जा जमा रखा है. इस बार 2024 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने ओबीसी वर्ग के महिला पर भरोसा जताया है. महासमुंद लोकसभा क्षेत्र से साहू समाज की बहुलता के चलते भाजपा ने अब तक साहू प्रत्याशियों को ही मैदान में उतर कर साहू कार्ड खेलते हुए जीत हासिल की है. इस चुनाव में भाजपा ने साहू कार्ड को पीछे छोड़ते हुए ओबीसी वर्ग की महिला पर भरोसा जताया है भाजपा की पहली महिला प्रत्याशी के रूप में रूप कुमारी चौधरी को मैदान में उतारा गया है. वहीं कांग्रेस ने पूर्व मंत्री और दिग्गज नेता ताम्रध्वज साहू को चुनावी रणभूमि में उतार दिया है.. कुल 17 प्रत्याशी महासमुंद में चुनावी मैदान में है.

महासमुंद का जातिगत समीकरण

महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के जातिगत समीकरण को देखा जाए तो यहां 51 फ़ीसदी मतदाता अन्य पिछड़ा वर्ग से है जिसमें साहू कुर्मी यादव समाज के लोग सर्वाधिक है एसटी वोटर 20 फीसदी है. एससी वोटर 11 फीसदी है. इसके अलावा अनरक्षित वर्ग के मतदाता है..

किस आधार पर जनता करेगी वोट

महासमुंद में महिला थाना, सिंचाई, रोजगार का एक बड़ा मुद्दा है. महासमुंद में सिंचाई की व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा क्षेत्र में महिला थाना ना होने से महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अस्पताल का भी अभाव है. बड़े बीमारियों के इलाज के लिए रायपुर आना पड़ता है. इसके अलावा यातायात की सुविधा एक बड़ी चुनौती है..

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