Adhir Ranjan Chowdhury: लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में गठबंधन को लेकर कांग्रेस और टीएमसी के बीच एक बार फिर जुबानी जंग छिड़ गई है. पहले टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा था कि पार्टी राज्य में अकेले चुनाव लड़ेगी और इस स्थिति में कोई बदलाव नहीं होगा. अब प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि पार्टी बंगाल में अकेले आम चुनाव लड़ेगी. उन्होंने ममता बनर्जी से अपील की है कि वो जल्द ही हां या ना में जवाब दें. इस बीच टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने कहा कि अधीर रंजर चौधरी टीएमसी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.
दुविधा में है TMC: अधीर रंजन चौधरी
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि टीएमसी आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं कर रही है कि बंगाल में गठबंधन खत्म हो गया है और इसलिए वह दुविधा में है. उन्होंने कहा, “हमने यह कई बार कहा है कि कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अकेले लड़ेगी. वे (टीएमसी) दुविधा में हैं. पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी की ओर से आधिकारिक तौर पर हां या ना होनी चाहिए. वे आधिकारिक तौर पर यह नहीं कह रही हैं कि गठबंधन बनाने की प्रक्रिया ख़त्म हो गई है. उन्होंने दावा किया कि टीएमसी को आशंका है कि अगर वह अकेले चुनाव लड़ेगी तो पार्टी को अल्पसंख्यक वोटों का नुकसान हो सकता है.
अल्पसंख्यक वोट की TMC को चिंता: अधीर
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पहली दुविधा यह है कि पार्टी के एक वर्ग का मानना है कि अगर वे भारत गठबंधन के बिना अकेले चुनाव लड़ते हैं, तो पश्चिम बंगाल के अल्पसंख्यक उनके खिलाफ वोट करेंगे. टीएमसी का एक वर्ग चाहता है कि गठबंधन जारी रहे. दुविधा यह है कि अगर बंगाल में गठबंधन को ज्यादा महत्व दिया गया तो मोदी सरकार उनके खिलाफ ईडी, और सीबीआई का इस्तेमाल करेगी. इन दोनों दुविधाओं के कारण टीएमसी कोई स्पष्ट निर्णय नहीं ले पाई है. हो सकता है कि दिल्ली में कुछ बातचीत हो, लेकिन मेरे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है.