Mahua Moitra: लोकसभा चुनाव से पहले TMC प्रत्याशी महुआ मोइत्रा की बढ़ी मुश्किलें, ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत दर्ज किया केस

Mahua Moitra: कैश फॉर क्वेरी(Cash For Query) मामले में ही लोकपाल के आदेश के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो(CBI) की ओर से जांच जारी है.
Mahua Moitra,

TMC प्रत्याशी महुआ मोइत्रा

Mahua Moitra: लोकसभा चुनाव सिर पर हैं. देश में सियासी सरगर्मी भी तेज है. वहीं तृणमूल कांग्रेस(Trinamool Congress) नेता महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. आगामी लोकसभा चुनाव में TMC प्रत्याशी महुआ मोइत्रा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने केस दर्ज कर लिया है. ED ने उनके ‘कैश फॉर क्वेरी’ केस में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है. गौरतलब है कि, कैश फॉर क्वेरी(Cash For Query) मामले में ही लोकपाल के आदेश के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो(CBI) की ओर से जांच जारी है. लोकपाल ने CBI को छह महीनों में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.

7 दिन बाद फिर बुलाया पूठताछ के लिए

फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट(FEMA) के मामले में ED ने सोमवार को उन्हें तलब किया था, लेकिन उन्होंने एजेंसी को चिट्ठी लिखकर पेशी के लिए 21 दिन की मोहलत मांगी थी. इस दौरान ED ने उन्हें मोहलत देने से इनकार कर दिया था. साथ ही अब जांच एजेंसी ने महुआ मोइत्रा को नया समन जारी किया है और उन्हें 7 दिन बाद पूछताछ के लिए फिर से बुलाया है.

निशिकांत दुबे ने लगाए थे गंभीर आरोप

मालूम हो कि पिछले साल BJP सांसद निशिकांत दुबे(Nishikant Dubey) ने महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने अपने आरोप में कहा था कि महुआ ने महंगे गिफ्ट्स और पैसे लेने के बदले में संसद में कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर सवाल पूछे हैं. इस पर लेकर महुआ मोइत्रा के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने भी आरोप लगा. जांच में दोषी पाए जाने पर महुआ को 8 दिसंबर 2023 को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया.

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खाली करना पड़ा था सरकारी बंगला

कैश फॉर क्वेरी मामले में सांसद से निष्कासित किए जाने के बाद TMC नेता महुआ मोइत्रा को डायरेक्टोरेट ऑफ एस्टेट्स(DoE) ने 16 जनवरी को नोटिस भेजकर सरकारी बंगला भी खाली करने आदेश जारी किया था. इसी साल 19 जनवरी को उन्होंने दिल्ली के टेलीग्राफ लेन स्थित बंगला नंबर 9-B खाली कर दिया. महुआ के वकील ने बताया कि DoE) के अधिकारी बंगला खाली करवाने पहुंचे थे, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही सुबह 10 बजे तक बंगला खाली हो चुका था. इससे पहले DoE ने उन्हें 7 जनवरी और 12 जनवरी को नोटिस जारी किया था.

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