लोकसभा चुनाव से पहले आम लोगों को महंगाई से थोड़ी राहत, 5 महीने में सबसे निचले स्तर पर पहुंचा Retail Inflation रेट

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी में 5.09 प्रतिशत और मार्च 2023 में 5.66 प्रतिशत थी.
Retail Inflation

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Retail Inflation: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले आम लोगों को महंगाई से थोड़ी राहत मिली है. खुदरा महंगाई दर मार्च में घटकर 5 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. अभी देश में खुदरा मंहगाई दर 4.085 फीसदी पर आ गई है. फरवरी में रिटेल इनफिलेशन करीब 5.09 फीसदी थी. मंगलवार को NSO की ओर से जारी डेटा में इसका खुलासा हुआ है.

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी में 5.09 प्रतिशत और मार्च 2023 में 5.66 प्रतिशत थी. इससे पहले, सीपीआई आधारित मुद्रास्फीति अक्टूबर 2023 में सबसे कम 4.87 प्रतिशत थी. सरकार ने रिजर्व बैंक को यह सुनिश्चित करने का काम सौंपा है कि मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत पर बनी रहे, दोनों तरफ 2 प्रतिशत का मार्जिन रहे.आरबीआई ने अप्रैल-जून तिमाही में मुद्रास्फीति 4.9 प्रतिशत और सितंबर तिमाही के लिए 3.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है.

अखिल भारतीय स्तर पर सोमवार को प्याज का औसत खुदरा भाव 59.09 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्चस्तर पर बना हुआ है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को देश में प्याज की उच्चतम कीमत 90 रुपये और न्यूनतम कीमत 20 रुपये प्रति किलोग्राम रही. अखिल भारतीय मॉडल कीमत 60 रुपये प्रति किलोग्राम है. दिल्ली में कीमत घटकर 60 रुपये प्रति किलो पर आ गई है.

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वहीं आरबीआई के मुताबिक, वित्त वर्ष (FY25) के लिए खुदरा महंगाई 4.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने अप्रैल-जून तिमाही में खुदरा महंगाई 4.9 फीसदी और सितंबर तिमाही में 3.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है.

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी 2024 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन पांच फीसदी बढ़ा, जो एक साल पहले इसी महीने में 5.9 फीसदी बढ़ा था. इस साल फरवरी में खनन उत्पादन आठ फीसदी और बिजली उत्पादन 7.5 फीसदी बढ़ा. बीते वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल-फरवरी के दौरान आईआईपी 5.9 फीसदी बढ़ा. जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 5.6 फीसदी था.

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