NDA को चुनौती देने के लिए बना ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन कैसे कर पाएगा मुकाबला? एक-एक कर खिसक रहे सहयोगी!

इंडिया गठबंधन अपनी शुरुआती 6 महीने बाद ही अलग-थलग नज़र आ रहा है. गठबंधन की पहली बैठक की अगुवाई करने वाले नीतीश कुमार खुद ही इस गठबंधन से नाता तोड़ चुके हैं.
rahul gandhi

I.N.D.I.A गठबंधन (फाइल फोटो)

I.N.D.I.A यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस के गठन के कुछ ही महीनों बाद इसका शोर थमने लगा है. आगामी लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी सरकार से मुकाबला करने के लिए बीते दिनों जुलाई में एक गठबंधन की नींव रखी गयी. मुख्य विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस के साथ तमाम क्षेत्रीय पार्टियों ने इसमें शामिल होने का निर्णय लिया. लेकिन ऐसा लगता है इंडिया गठबंधन अपनी शुरुआती 6 महीने बाद ही अलग-थलग नज़र आ रहा है. गठबंधन की सफलता इसी में थी कि वो अपने घटक दलों में एकजुटता और सीट बटवारें पर समझौता कर सकें. लेकिन ऐसा कुछ भी होता नहीं दिख रहा है, इसके विपरीत गठबंधन की पहली बैठक की अगुवाई करने वाले नीतीश कुमार खुद ही इस गठबंधन से नाता तोड़ चुके हैं.

पटना में हुई थी पहली बैठक, 15 दल हुए थे शामिल

विपक्षी गठबंधन की पहली बैठक पटना में आयोजित हुई थी, बैठक की अगुवाई तब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहें थे. तब हुई बैठक में कुल 15 दल शामिल हुए थे. बैठक का मुख्य उद्देश्य विपक्षी दलों को एक मंच पर लाना था, जिससे वो आगामी लोकसभा चुनाव में मौजूदा सरकार के सामने एकजुटता से चुनावी लड़ाई लड़ सकें.

दूसरी बैठक में तय हुआ गठबंधन का नाम I.N.D.I.A

बिहार की राजधानी पटना में हुई पहली बैठक के बाद गठबंधन की दूसरी बैठक बेंगलुरु में 17-18 जुलाई को हुई. इस बैठक में 26 विपक्षी दल शामिल हुए. इसी बैठक में यह तय हुआ कि विपक्षी गठबंधन का नाम I.N.D.I.A होगा, जिसका फुल फॉर्म इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस है.

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तीसरी बैठक मुम्बई में, 5 कमेटी पर लगी मुहर

I.N.D.I.A गठबंधन की तीसरी बैठक 31 अगस्त से 1 सितंबर को मुंबई में आयोजित हुई, जिसमें कुल 26 विपक्षी दलों ने हिस्सा लिया. बैठक में चार समितियां बनने पर मुहर लगीं. गठबंधन के कोऑर्डिनेशन समिति में केसी वेणु गोपाल, शारद पवार, स्टालिन, टी राजा, संजय राउत, तेजस्वी यादव, अभिषेक बनर्जी, राघव चड्डा, जावेद अली खान को जगह दी गयी. मीटिंग में 5 कमेटियों का गठन भी किया गया, इसमें कैंपेन कमिटी, कोऑर्डिनेशन कमेटी, मीडिया, सोशल मीडिया और रिसर्च कमेटी शामिल है.

खड़गे को प्रधानमंत्री चेहरा बनाने का सुझाव

इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक दिल्ली में हुई थी. मीटिंग में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पीएम चेहरे के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का सुझाव दिया. चौथी बैठक में कुल 28 विपक्षी पार्टियों ने हिस्सा लिया. बैठक से पहले कांग्रेस ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए 5 मेंबर्स की नेशनल अलायंस कमेटी बनाई.

कई सवालों के जवाब मिलने बाकी

पिछले 6 महीनों में हुए इन तम्माम बैठकों के बाद मौजूदा वक्त में इंडिया गठबंधन का अगला कदम क्या होगा, सीट शेयरिंग कब होगी, प्रधनमंत्री का चेहरा कौन होगा ? जैसे कई सवाल अभी भी वैसे के वैसे ही दिखाई पड़ रहे हैं. गठबंधन के पास ना कोई ठोस मुद्दा है, ना नरेंद्र मोदी के समांतर कोई लोकप्रिय नेता, ना कुशल संगठन. साथ ही गठबंधन से जुड़े कई बड़े दल और नेता गठबंधन से दूरी बनाते जा रहे हैं. ऐसे में भाजपा और NDA के सामने गठबंधन किस रूप में आगे अपना काम करेगा, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

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