Delhi Liquor Scam: क्या है वो शराब घोटाला? जिसमें ED ने अरविंद केजरीवाल को किया गिरफ्तार, जांच एजेंसी के 9 समन को बता चुके थे अवैध

Delhi Liquor Scam: ED ने एक बार फिर से दिल्ली की एक अदालत में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एक नई शिकायत दर्ज कराई है.
Delhi Liquor Scam, Arvind Kejriwal

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

Delhi Liquor Scam: दिल्ली के मुख्यमंत्री को ED ने गिरफ्तार कर लिया है. लगातार समन जारी करने के बाद प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने करीब दो घंटे की पूछताछ के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) को गिरफ्तार कर लिया है.   ED के कई अधिकारी सीएम केजरीवाल के घर के अंदर दाखिल हुए और सीएम से पूछताछ की. बताते चलें कि ED इसके पहले भी सीएम केजरीवाल को 9 समन दे चुकी है. वहीं आज की सुनवाई के दौरान दिल्ली हाई कोर्ट ने भी केजरीवाल की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. वहीं इससे पहले BRS नेता के. कविता को भी गिरफ्तार किया था.

‘HC ने गिरफ्तारी पर नहीं लगाई रोक’

गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में दूसरे दिन की सुनवाई हुई थी. बीते दिनों दिल्ली हाईकोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय को तलब किया था. आज कोर्ट ने ED से सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सबूत मांगे थे. इसके बाद ED के अधिकारी सबूत लेकर जज के चैंबर में पहुंचे. सबूत को देखने के बाद कोर्ट ने सीएम केजरीवाल को बड़ा झटका दिया था. कोर्ट ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया.

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2021 में लागू हुई थी नई शराब नीति

बता दें कि 17 नवंबर 2021 को केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में नई शराब नीति लागू की. इस नीति के तहत दिल्ली को 32 जोन में बांटा गया और हर जोन में करीब 27 दुकानें खोलने का प्रस्ताव रखा गया. इस आधार पर पूरे दिल्ली में करीब 849 दुकानें खुलनी तय हुई. साथ ही साथ दिल्ली में सभी सरकारी ठेकों को भी प्राइवेट कर दिया गया. इस पर सरकार ने तर्क दिया कि उनको करीब 3500 करोड़ का फायदा होगा और एक्साइज पॉलिसी से माफिया राज भी खत्म हो जाएगा.

पॉलिसी लागू होते ही उलट गए सभी दावे

नई एक्साइज पॉलिसी लागू होते ही सभी दावे उलट गए. 31 जुलाई 2022 को सरकार ने कैबिनेट नोट में माना की शराब की भारी बिक्री के बावजूद राजस्व में काफी नुकसान हुआ है. इसके बाद पॉलिसी लागू होने के बाद राजस्व में नुकसान को लेकर दिल्ली सरकार पर गड़बड़ी का आरोप लगा. केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने उपराज्यपाल वीके सिंह को मामले की पूरी जानकारी दी. नरेश कुमार ने अपनी रिपोर्ट में इस पॉलिसी का जिक्र कर सारा आरोप डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर लगाया.

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उपराज्यपाल ने की थी CBI जांच की सिफारिश

उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शराब नीति में गड़बड़ी के आरोप पर संज्ञान लेते हुए नई शराब नीति को रद्द कर दिया और सीबीआई जांच की सिफारिश की. सीबीआई ने 17 अगस्त 2022 को मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी. इसके बाद ED ने भी कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में मामला दर्ज किया. इस मामले में 27 सितंबर 2022 को पहली गिरफ्तारी ‘AAP’ मीडिया प्रभारी विजय नायर की हुई. इसके अगले ही दिन शराब करोबारी समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया गया. कार्रवाई आगे बढ़ने पर तीसरी गिरफ्तारी 9 अक्टूबर 2022 को अभिषेक बोइनपल्ली की हुई. इसके बाद 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद दिल्ली डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को CBI ने 26 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद BRS नेता के कविता को ED ने 18 मार्च को गिरफ्तार कर लिया था.

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